उत्तर प्रदेश में ‘विवाह घोटाला’
लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार को फर्जी वैवाहिक जोड़ों ने हजारों का चूना लगाया। प्रदेश में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में बड़ा घोटाला सामने आया है। समाज कल्याण विभाग के तहत वार्षिक 250 करोड़ रुपये के बजट वाली यह योजना गरीब लड़कियों की शादी के लिए है लेकिन लोग इसका गैरजरूरी फायदा उठाने में लगे हैं। ग्रेटर नोएडा में 11 जोड़ों ने पहले से शादीशुदा होते हुए भी 20 हजार रुपए की रकम, गहने और उपहारों के लालच में फिर से सरकारी शादी रचाई।
मिली जानकारी के अनुसार सामूहिक विवाह करने वाले 3 जोड़ों के तो पहले से कईण्कई बच्चे भी हैं। सरकार का लक्ष्य इस वित्तीय वर्ष में 10 हजार विवाह कराने का है तो ऐसे में अधिकारियों पर भी दबाव रहता है कि जिले में ज्यादा से ज्यादा जरूरतमंदों का विवाह कराया जाये लेकिन इसी दबाव के चलते धांधली भी हो जाती है। सामूहिक विवाह योजना के तहत घोटाला यह पहली बार नहीं हुआ है, इससे पहले भी यह योजना हाल ही में तब विवादों में आई थी जब ओरैया में 25 दुल्हनों ने आरोप लगाया था कि उन्हें नकली गहने दिये गये। इसके अलावा जो राशि दुल्हनों को देने की बात कही गयी थी उसमें से 15-15 हजार रुपये विवाह की व्यवस्था कराने के नाम पर काट लिये गये। अन्य जिलों में भी फर्जी जोड़ों के विवाह का मामला सामने आया था तब अधिकारियों ने दान का सामान तो वापस ले लिया लेकिन जो राशि दुल्हनों को दी गयी थी उसका क्या हुआ यह बात अभी तक स्पष्ट नहीं हो पायी है।