देहरादून: उत्तराखंड में धरती लगातार डोल रही है। गुरुवार शाम गढ़वाल मंडल के कई हिस्सों में भूकंप के झटके महसूस किए गए। इस दौरान भयभीत लोग घरों से बाहर निकल आए। मौसम विभाग के अनुसार भूकंप का केंद्र रुद्रप्रयाग व चमोली जनपद की सीमा में था। रिक्टर पैमाने पर इसका परिमाण 4.7 आंका गया। वहीं, राज्य आपदा प्रबंधन एवं न्यूनीकरण केंद्र के अनुसार भूकंप से कहीं किसी प्रकार की क्षति की सूचना नहीं है। पिछले तीन सप्ताह के दौरान यह दूसरा भूकंप है।
वहीं, राज्यभर में इस साल अब तक 16 बार भूकंप से धरती डोल चुकी है। रिक्टर पैमाने पर इनका परिमाण 3.2 से 5.5 तक था। गढ़वाल में छह दिसंबर को आए भूकंप के झटकों को लोग अभी भूल भी नहीं पाए थे कि गुरुवार शाम चार बजकर 47 मिनट और 28 सेकेंड पर अचानक धरती डोल उठी। रुद्रप्रयाग, चमोली और उत्तरकाशी जनपदों में ये झटके महसूस किए गए और कई जगह भयभीत लोग घरों से सुरक्षित स्थानों की ओर दौड़ पड़े। मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के निदेशक विक्रम सिंह के अनुसार भूकंप का केंद्र अक्षांक्ष 30.4 डिग्री उत्तर और देशांतर 79.2 डिग्री पूर्व में रुद्रप्रयाग व चमोली जिले की सीमा में था।
उन्होंने बताया कि करीब 33 किमी की गहराई वाले इस भूकंप का परिमाण 4.7 था। इससे क्षति की संभावना नहीं है। वहीं, राज्य आपदा प्रबंधन एवं न्यूनीकरण केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में भूकंप के झटके तो महसूस हुए, लेकिन क्षति की कोई सूचना नहीं है।
रुद्रप्रयाग व चमोली बेहद संवेदनशील
भूकंपीय दृष्टि से यूं तो संपूर्ण राज्य ही संवेदनशील है, लेकिन इस साल अब तक आए 16 भूकंप को देखें तो चमोली और रुद्रप्रयाग जनपद बेहद संवेदनशील हैं। इनमें सबसे अधिक छह बार भूकंप का केंद्र रुद्रप्रयाग रहा, जबकि चमोली में चार, उत्तरकाशी में तीन, पिथौरागढ़ व ऊधमसिंहनगर में एक-एक और चमोली-रुद्रप्रयाग सीमा में एक बार रहा भूकंप का केंद्र। भूकंप के अंतराल में आ रहे झटकों से लोग भयभीत हैं।