उन्नाव कांड: विधायक कुलदीप सेंगर के भाई सहित पांच की पुलिस कस्टडी रिमांड मंजूर
उन्नाव कांड में तेजी से जांच को आगे बढ़ा रही सीबीआइ बुधवार को पहली बार विधायक के भाई अतुल सिंह व उसके साथियों से सीधे पूछताछ करेगी और सच उगलवाएगी। सीबीआइ दोनों का सामना भी कराएगी। सीबीआइ जांच में अब पीडि़त किशोरी के पिता की हत्या से जुड़े कई अहम राज सामने आ सकते हैं। इस घटना में भाजपा विधायक कुलदीप सिंह की भूमिका भी तय होगी। सीबीआइ पीडि़ता के लापता होने से लेकर उसके पिता की हत्या की घटना तक आरोपितों के बीच की कडिय़ों को सिलसिलेवार जांच रही है। विधायक के भाई अतुल सिंह से पूछताछ इस कड़ी में सबसे अहम बिंदु माना जा रहा है। सीबीआइ विधायक सेंगर सहित अन्य आरोपितों की लोकेशन के आधार पर भी उनसे सवाल-जवाब करेगी।
विधायक व उसके भाई अतुल सिंह का आमना-सामना कराया जाएगा। इसके साथ ही वैज्ञानिक साक्ष्य जुटाने के लिए फोरेंसिक विशेषज्ञ की मदद भी ली जा रही है। इस कड़ी में फोरेंसिक टीम के साथ सीबीआइ विधायक व उसके भाई अतुल को उन्नाव ले जाकर घटनास्थल पर भी छानबीन करने की तैयारी में है। जांच भी पीडि़त किशोरी के 11 जून, 2017 को लापता होने के दिन से शुरू की गई है। तत्कालीन पुलिस अधिकारियों व पुलिसकर्मियों से भी सीबीआइ पूछताछ की तैयारी कर रही है। सीबीआइ यह भी स्पष्ट करेगी कि किन परिस्थितियों में पीडि़त किशोरी ने कोर्ट में दर्ज कराए अपने बयानों में विधायक सेंगर का नाम नहीं लिया था। तब पूरे प्रकरण में स्थानीय पुलिस की भूमिका क्या थी। सीबीआइ जल्द ही नामजद आरोपितों पर भी शिकंजा कसेगी। सीबीआइ विधायक सेंगर व आरोपित शशि सिंह से लगातार अलग-अलग चक्रों में पूछताछ कर रही है। विधायक के कई बयानों को उनके भाई अतुल सिंह से पूछताछ में तस्दीक भी किया जाएगा ताकि यह साफ हो सके कि विधायक जांच एजेंसी को कुछ बिंदुओं पर गुमराह तो नहीं कर रहे हैं।
उन्नाव दुष्कर्म कांड में पीडि़त किशोरी के पिता की हत्या के मामले में सीबीआइ की विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट सपना त्रिपाठी ने आरोपित विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के भाई अतुल सिंह, सोनू सिंह, बउवा उर्फ वीरेंद्र सिंह, शैलू सिंह व विनीत मिश्रा की चार दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड मंजूर की है। सीबीआइ आरोपितों को 18 अप्रैल की सुबह 10 बजे से पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेकर चार दिनों तक पूछताछ कर सकेगी। सीबीआइ ने मंगलवार को इन पांचों आरोपितों को उन्नाव जेल से लाकर विशेष कोर्ट में पेश किया। सीबीआइ के विवेचक अनिल कुमार मिश्रा की ओर से लोक अभियोजक राम बाबू कन्नौजिया ने आरोपितों को पांच दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड पर दिए जाने की मांग वाली अर्जी दी। उन्होंने बताया कि मामले की वादिनी ने चार अप्रैल को उन्नाव के माखी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि दिल्ली में रहने वाले उनके पति सुरेंद्र सिंह अपने मुकदमे के चलते तीन अप्रैल को उन्नाव आए थे। इसी दौरान आरोपित सोनू, शैलू, बउवा व विनीत ने मारपीट करके घायल कर दिया और वादिनी के पति को बचाने आईं पुत्रियों व सास को भी मारा-पीटा गया। बाद में सुरेंद्र सिंह की अस्पताल में इलाज के दौरान मृत्यु हो गई। इस पर पुलिस ने अतुल सिंह समेत अन्य आरोपितों को गिरफ्तार कर हत्या की धाराओं की बढ़ोतरी की।
आरोपितों की विशेष भूमिका
हत्या मामला भी सीबीआइ को सौंपा
पीडि़त किशोरी के पिता की हत्या का मामला भी सीबीआइ को सौंपा गया है। मामले में विधायक कुलदीप सिंह सेंगर केे भाई अतुल सिंह व सोनू सिंह, शैलू, विनीत, बउवा को पुलिस ने 10 अप्रैल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। विधायक की गिरफ्तारी के बाद सीबीआइ ने हत्या के मामले की जांच तेज कर दी है। सोमवार को न्यायालय से मुकदमा सीबीआइ कोर्ट ट्रांसफर कर दिया गया है। इसी के बाद आज सीबीआइ अतुल सिंह समेत पांचों आरोपियों को न्यायालय में पेश करने के लिए जेल लेेने पहुंची। जेल पहुंचे सीबीआइ के दो अधिकारी स्थानीय पुलिस फोर्स के साथ उन्हें सुबह करीब साढ़े आठ बजे जेल से लेकर लखनऊ रवाना हुए। बताते हैं कि पांचों आरोपियों को सीबीआइ कोर्ट में पेश किया गया। देर शाम तक पांचों को वापस जिला जेल नहीं लगाया गया था। जेल अधीक्षक एके सिंह ने अतुल सिंह समेत पांचों आरोपियों को लखनऊ सीबीआइ कोर्ट ले जाने की बात तो कहीं लेकिन उन्हें लेने कौन आया था इस सवाल पर उन्होंने कुछ भी कहने से इन्कार कर दिया।
सीबीआइ की तीन टीमें पहुंची
सीबीआइ की तीन अलग अलग टीमें उन्नाव में आज सिंचाई विभाग के गेस्ट हाउस और माखी पहुंची। इस गेस्ट हाउस से पीडि़ता और उसकी मां को सीबीआइ की टीम माखी लेकर पहुंची। छह सदस्यीय सीएफएसएल टीम दिल्ली से माखी थाने पहुंची। आज सीबीआइ टीम की योजना घटनास्थल का मैप बनाने, घटना का डेमो करने के साथ पीडि़ता के सामने विधायक कुलदीप सेंगर और शशि सिंह से पूछताछ करने की है। आज सुबह से ही सीबीआइ की टीम के आने का इंतजार हो रहा था। 12 बजे एसपी राघवेंद्र वत्स समेच सात सदस्यीय सिंचाई विभाग के गेस्ट हाउस पहुंची। उन्नाव में पीडि़ता और उनके परिवार के लोग यहां नहर विभाग गेस्ट हाउस से दूसरी जगह शिफ्ट करने की कर रहे मांग हैं।