लखनऊ । 16वीं लोकसभा के लिए मतदान अपने चरम पर है ऐसे वक्त में जब ज्यादातर लोग यह मान रहे हों कि दिल्ली (केंद्र) की कुर्सी पर कौन बैठेगा यह इस बार उत्तर प्रदेश तय करेगा तो सटोरिये भला कहां पीछे रहने वाले हैं! सटोरियों ने यहां की प्रमुख सीटों पर अपना पासा फेंक दिया है। कौन प्रत्याशी कितना मजबूत होगा और किस नंबर पर रहेगा इस पर भले ही राजनीतिक धुरंधरों की नजर में तस्वीर अभी साफ नहीं हो लेकिन सप्ते की बिसात पर मोहरे रखे जा चुके हैं। राजनीति के कई धुरंधर इस बार उत्तर प्रदेश से चुनाव मैदान में हैं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दिग्गज नेता नरेंद्र मोदी और आम आदमी पार्टी (आप) के अरविंद केजरीवाल कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख मुलायम सिंह यादव भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह इसी पार्टी के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी सरीखे नेता यहां से चुनाव लड़ रहे हैं। ऐसे में भला सटोरिये कैसे चूक सकते हैं! बताया जाता है कि वीआईपी सीटों पर करोड़ों रुपये का सप्ता लग चुका है। सटोरियों ने उप्र की सभी वीआईपी सीटों पर गोटी रख दी है। सटोरियों ने अमेठी में राहुल गांधी और भाजपा की स्मृति ईरानी और वाराणसी में भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी और आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल पर पासा फेंका है। वाराणसी में हालांकि मोदी-केजरीवाल के साथ कांग्रेस के अजय राय और सपा के कैलाश चैरसिया पर भी दांव लगाया गया है। आजमगढ़ में सपा मुखिया मुलायम और भाजपा से रमाकांत यादव पर सप्ता लगाया गया है। सूत्रों के अनुसार इस सप्ते में खासतौर से वाराणसी सीट पर विशेष नजर रखी जा रही है। वाराणसी सीट पर सप्ते के भाव में दोनों नेता मोदी और केजरीवाल में उतार-चढ़ाव जारी है। सप्ते के इस धंधे से जुड़े लोगों की मानें तो अभी जैसे-जैसे चरणवार चुनाव होते जाएंगे तस्वीर साफ होती जाएगी और भाव में उछाल और गिरावट दोनों नजर आएगा। लखनऊ में भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह और कांग्रेस नेता रीता बहुगुणा जोशी पर सप्ता खेला जा रहा है। मथुरा में राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के जयंत चैधरी और भाजपा की हेमा मालनी। बागपत में लोकदल के अध्यक्ष अजित सिंह और भाजपा के सतपाल सिंह पर दांव खेला जा रहा है। गाजियाबाद में भाजपा के वी.के. सिंह और कांग्रेस के राज बब्बर फतेहपुर में रालोद के अमर सिंह और बसपा की सीमा उपाध्याय बिजनौर में रालोद की जया प्रदा और भाजपा के कुवर भारतेंदु सिंह पीलीभीत में भाजपा की मेनका गांधी और सपा के बुद्धसेन वर्मा पर दांव खेला जा रहा है। सुल्तानपुर में भाजपा के वरुण गांधी और बसपा के पवन पांडे कानपुर में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता श्रीप्रकाश और भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी झांसी में भाजपा की उमा भारती और कांग्रेस के प्रदीप जैन आदित्य उन्नाव में कांग्रेस की अनु टंडन और भाजपा के साक्षीमहाराज पर सप्ता लगा है। देवरिया में भाजपा के कलराज मिश्र और सपा नेता बालेश्वर यादव फर्रुखाबाद में कांग्रेस के सलमान खुर्शीद और भाजपा के मुकेश राजपूत धरौहरा में कांग्रेस के जतिन प्रसाद और भाजपा की रेखा वर्मा कुशीनगर में कांग्रेस के आरपीएन सिंह और भाजपा के राजेश पांडे पर दांव खेला जा रहा है। दांव भी हार-जीत तक सीमित नहीं है बल्कि किसे कितने मत मिल सकते हैं इस पर भी है।सटोरियों का कहना है कि सप्ते के इस खेल में सिर्फ बनारस और उप्र की वीआईपी सीटें ही नहीं बल्कि देश के विभिन्न शहर शामिल हैं। अब तक करोड़ों का सप्ता अलग-अलग लोगों पर लगाया जा चुका है।
सप्ते के इस खेल की भनक पुलिस महकमे को भी लग चुकी है। सर्विलांस एवं अन्य माध्यमों से उन्हें इस बात का पता तो चल चुका है कि उप्र की विभिन्न सीटों पर सप्ते का खेल चल रहा है लेकिन उन्हें अभी यह पूरी तरह से पता नहीं चल पा रहा है कि यह खेल चल कहां से हो रहा है और इसमें शामिल लोग कौन-कौन हैं।एडीजी (कानून-व्यवस्था) मुकुल गोयल ने बताया कि सप्ते को लेकर सभी जोनों को सतर्क कर दिया गया है। मुखबिरों से भी सूचना ली जा रही है। यदि ऐसा कोई मामला पकड़ा जाता है तो इसमें शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।