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उप्र को पहली बार प्रधानमंत्री और गृहमंत्री एक साथ मिले

rajnath-modiलखनऊ । नरेद्र मोदी देश के 14वें प्रधानमंत्री बन गए। उनकी सरकार का मंत्रिमंडल भी गठित हो गया। और एक बार फिर उत्तर प्रदेश को देश का प्रधानमंत्री देने का गौरव हासिल हो गया। पहली बार उत्तर प्रदेश से देश को प्रधानमंत्री और गृहमंत्री एक साथ मिले हैं। देश के प्रधानमंत्री बने नरेन्द्र मोदी ने भी इसे समझा है और उन्होंने सूबे के भौगोलिक और जातीय संतुलन समझकर अपनी सरकार में यहां से सबसे अधिक मंत्री बनाए हैं। उप्र की वाराणसी संसदीय सीट से चुनाव जीते प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपनी सरकार में राजनाथ सिंह को नम्बर दो का स्थान दिया है। लखनऊ संसदीय सीट से चुनाव जीते राजनाथ सिंह भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। राजनाथ सिंह ने ही संघ के निर्देश पर नरेन्द्र मोदी का नाम प्रधानमंत्री पद के लिए आगे किया था। नरेन्द्र मोदी के साथ उनके बेहद अच्छे सम्बन्ध हं  जिसके चलते ही नरेन्द्र मोदी ने उन्हें देश के गृहमंत्री का दायित्व निभाने की जिम्मेदारी दी। राजनाथ सिंह के बाद मोदी सरकार में देवरिया से चुनाव जीते अनुभवी नेता कलराज मिश्र को महत्व मिला है। कलराज मिश्र उप्र में भाजपा का ब्रा’ण चेहरा हैं। वह भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रहने के अलावा वह उप्र में बनी भाजपा सरकारों में मंत्री रहे हैं। पीलीभीत से सांसद मेनका गांधी फिर मंत्री बनी है। मेनका गांधी अटल बिहारी वाजपेयी और वीपी सिंह की सरकार में भी मंत्री रही हैं। छठी बार बरेली से सांसद बने संतोष गंगवार को भी मोदी ने अपनी सरकार में मंत्री बनाया है। वह पहली बार मंत्री बने हैं।

मध्य प्रदेश की मुख्यमंत्री रह चुकी उमा भारती जो झांसी संसदीय सीट से चुनाव जीती हैं  उन्हें भी मोदी सरकार में जगह मिली है। उमा भारती को मोदी ने अपने ड्रीम प्रोजेक्ट गंगा सफाई अभियान की जिम्मेदारी देंगे। गाजियाबाद के सांसद जनरल वीके सिंह और मुजफ्फरनगर के सांसद संजीव बालियान भी मोदी सरकार में मंत्री बने हैं। गाजीपुर संसदीय सीट से चुनाव जीते मनोज सिन्हा भी मंत्री बनाए गए हैं।  गाजीपुर संसदीय सीट का भाजपा में बहुत महत्व है। भारतीय जनसंघ के संस्थापक महामंत्री पं.दीन दयाल उपाध्याय कहते थे कि जिस दिन गाजीपुर लोकसभा सीट भाजपा जीत लेगी उस दिन केन्द्र में इसकी सरकार बन जाएगी। संयोग से जब पहली बार केन्द्र में अटल बिहारी बाजपेयी की सरकार बनी थी तब मनोज सिन्हा यहां से चुनाव जीते थे  पर वह मंत्री नहीं बन पाए और इस बार जब फिर से वह गाजीपुर सीट से चुनाव जीते तो मोदी ने उन्हें अपनी सरकार में जगह दे दी। मोदी के मंत्रिमंडल में उप्र के बुंदेलखंड  रूहेलखंड  पूर्वांचल  मध्य क्षेत्र और पिमी क्षेत्र को प्रतिनिधित्व मिला है। वंशवाद को इसमें बढ़ावा नहीं मिला। कल्याण सिंह से लेकर अन्य नेताओं के बेटे मोदी सरकार में मंत्री नहीं बन सके।

उप्र से मोदी सरकार में मंत्री बने

राजनाथ सिंह     लखनऊ सीट से जीते

उमाभारती        झांसी सीट से जीती

कलराज मिश्र     देवरिया सीट से जीते

मेनका गांधी      पीलीभीत सीट से जीती

जनरल वीके सिंह   गाजियाबाद सीट से जीते

संतोष गंगवार      बरेली सीट से जीते

मनोज सिन्हा      गाजीपुर सीट से जीते

संजीव बालियान    मुजफ्फरनगर सीट से जीते

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