उप्र में सरकारी कर्मचारियों की हड़ताल जारी
लखनऊ (दस्तक ब्यूरो)। उत्तर प्रदेश में 18 लाख राज्य कर्मचारियों की बेमियादी हड़ताल गुरुवार को लगातार तीसरे दिन भी जारी है। हड़ताली कर्मचारी अपनी मांग पर अड़े हैं जिससे सरकारी कार्यालयों में कामकाज ठप है। अब तक हड़ताल से करीब आठ अरब रुपये के राजस्व के नुकसान का दावा किया जा रहा है। राज्य सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद राज्य कर्मचारियों और कार्मिक विभाग के प्रमुख सचिव राजीव कुमार के बीच बुधवार रात वार्ता विफल होने के बाद राजस्व कर निबंधन वाणिज्य कर आबकारी स्वास्थ्य सिंचाई ग्रामीण अभियंत्रण सेवा सहित विभिन्न सरकारी विभागों के कर्मचारी तीसरे दिन भी हड़ताल पर हैं। कर्मचारी कार्यालयों के बाहर सभाएं कर राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। कर्मचारियों का नेतृत्व कर रहे राज्य कर्मचारी अधिकार मंच के अध्यक्ष मंडल के सदस्य अजय सिंह और हरिकिशोर तिवारी ने कहा कि लगभग 8० फीसदी से ज्यादा कर्मचारी हड़ताल पर हैं। सभी एकजुट हैं। जब तक राज्य सरकार हमारी मांगें मानकर शासनादेश नहीं जारी करेगी हम हड़ताल समाप्त नहीं करने वाले हैं। हरिकिशोर तिवारी ने हड़ताल को बेहद सफल करार देते हुए बताया कि इसमें लगभग 2०० छोटे-बड़े कर्मचारी संगठन शामिल हैं। उल्लेखनीय है कि वेतन विसंगति सहित कई मांगों को लेकर राज्य के 18 लाख कर्मचारी सोमवार से ही बेमियादी हड़ताल पर हैं। ज्ञात हो कि इतने व्यापक स्तर पर राज्य कर्मचारियों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर मुलायम सिंह यादव के शासन के दौरान साल 1994 में हड़ताल की थी।