उम्र को नहीं बढ़ने देगी ये गोली, छह महीनों में इंसानों पर शुरू होगा परीक्षण
चार से पांच सालों में बाजार में होगी उपलब्ध
लंदन (एजेंसी)।दुनिया हर इंसान का यह सपना होता हैं कि वहां कभी बुढ़ा नहीं हो,उसके जीवन में भी बुढ़ापा नहीं आए,लेकिन यह सपना अब पूरा होने जा रहा है। वैज्ञानिकों ने एक क्रांतिकारी दवा की खोज की है,जो वास्तव में बुढ़ापे के असर को उलट देगी।यह दवा नासा के अंतरिक्ष यात्रियों की सौर विकिरण से रक्षा करेगी और इसके साथ ही क्षतिग्रस्त डीएनए की चमत्कारिक तरीके से मरम्मत भी करेगी।शोधकर्ताओं की एक टीम ने डीएनए की मरम्मत और कोशिकाओं की उम्र बढ़ने से रोकने में महत्वपूर्ण संकेत प्रक्रिया की खोज के बाद दवा विकसित की है।
इंसानों पर इस दवा का परीक्षण छह महीने में शुरू होगा। चूहों पर परीक्षण के दौरान टीम ने पाया कि दवा सीधे रेडिएशन एक्सपोजर या बुढ़ापे के कारण होने वाली डीएनए क्षति की मरम्मत हुई।प्रमुख लेखक प्रोफेसर डेविड सिंक्लेयर ने कहा कि बूढ़े चूहों की कोशिकाएं सिर्फ एक सप्ताह के उपचार के बाद युवा चूहों की कोशिकाओं जैसी थी।उन्होंने कहा कि यह हम एक सुरक्षित और प्रभावी एंटी-एजिंग ड्रग बनाने के काफी करीब है,जो शायद तीन से पांच साल में बाजार में उपलब्ध होगी।प्रोफेसर सिंक्लेयर के इस काम ने नासा का ध्यान खींचा है जो मंगल ग्रह पर चार साल के मिशन के दौरान अपने अंतरिक्ष यात्री स्वस्थ रखने की चुनौती पर विचार कर रहा है।
यहां तक कि छोटे मिशनों पर भी अंतरिक्ष यात्री कॉस्मिक रेडिएशन के कारण तेजी से उम्र बढ़ने का अनुभव करते हैं। मिशन से लौटने के बाद वे मांसपेशियों में कमजोरी,याददाश्त में कमी और अन्य लक्षणों से पीड़ित होने का अनुभव करते हैं।मंगल की यात्रा पर स्थिति बहुत ही खराब होगी। अंतरिक्ष यात्रियों की पांच प्रतिशत कोशिकाएं मर जाएंगी और उन्हें कैंसर होने की आशंका 100 प्रतिशत तक होगी।