शास्त्र के अलावा वैज्ञानिक भी इस बात को मान चुके हैं कि ऊं शब्द बोलने से तन-मन निरोगी रहता है। आइए जानते हैं ऊं से होने वाले सेहत भरे फायदों के बारे में …
ऊं का उच्चारण करने से उमंग प्राप्त होती है। इससे आलस्य दूर होता है आैर तन-मन को शक्ति मिलती है।
इससे रक्त का संचार ठीक होता है आैर मन का तनाव भी दूर होता है। अगर आप अध्ययन या किसी कार्य में एकाग्रचित्त नहीं हो पा रहे हैं तो ऊं का उच्चारण कीजिए।
ऊं का निरंतर उच्चारण नाभि आैर पाचन तंत्र काे प्रभावित करता है। इससे पाचन तंत्र सही काम करने लगता है आैर उससे संबंधित कर्इ समस्याएं दूर होती हैं।
ऊं का जाप रीढ़ की हड्डी आैर जोड़ों के दर्द को भी दूर करता है। साथ ही एक लय में उच्चारण करने से यह फेफड़ों की शुद्घि करता है आैर इससे श्वास संबंधी रोग भी दूर होते हैं।
ऊं का जाप रीढ़ की हड्डी आैर जोड़ों के दर्द को भी दूर करता है। साथ ही एक लय में उच्चारण करने से यह फेफड़ों की शुद्घि करता है आैर इससे श्वास संबंधी रोग भी दूर होते हैं।