एकादशी के दिन जरूर करें इन नियमों का पालन, नही तो गुस्सा हो जाएंगे भगवान
आप सभी जानते ही हैं कि एकादशी का व्रत बहुत शुभ माना जाता है और इस व्रत को रखना काफी महत्वपूर्ण होता है. कहते हैं इस व्रत के बारे में पद्म पुराण में उल्लेख किया गया है और ये पुराण 18 पुराणों में सबसे महत्वपूर्ण माना गया है और इस पुराण में 55000 श्र्लोक हैं. कहा जाता है इस पुराण व्रत से जुड़ी एक कथा है और इस कथा के अनुसार, ”एक बार युधिष्ठिर को भगवान श्रीकृष्ण ने ये व्रत रखने की सलाह दी थी. कृष्ण के मुताबिक इस व्रत को रखने से जीवन के सारे दुखों और पापों को दूर किया जा सकता है. कृष्ण जी की इसी सलाह को युधिष्ठिर ने मनाते हुए एकादशी के उपवास को रखा था.” यही कारण है कि यह व्रत आज भी लोग रखते हैं. आज हम आपको बताने जा रहे हैं एकादशी उपवास को रखें से जुड़े महत्वपूर्ण नियम जो आपको जान लेने चाहिए.
# कहते हैं जिस दिन इस व्रत को रखा जाता है उस दिन किसी भी पेड़ से पत्ती या फिर लकड़ी तोड़ना सही नहीं माना जाता है. ध्यान रहे कि इस दिन आप लकड़ी को तोड़कर उससे दातुन ना करें तो सही होगा.
# कहा जाता है जो लोग ये व्रत रखते हैं उनको तत्पश्चात ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ मंत्र का जाप करना चाहिए इसी के साथ गीता का पाठ भी करना चाहिए.
# कहते हैं इस दिन किसी भी बात पर या फिर किसी भी व्यक्ति पर क्रोध नहीं करना चाहिए और मुंह से केवल मधुर शब्द ही निकलने चाहिए.
# ज्योतिषों के अनुसार एकादशी के दिन घर में झाड़ू या फिर पोछा बिल्कुल नहीं लगाना चाहिए, ना ही बाल काटने चाहिए और ना नाखून.
#कहते हैं इस दिन दान करना चाहिए और इस दिन दान करने से व्रत का अधिक लाभ मिलता है.
# मान्यता है कि इस व्रत को रखने वाले लोगों को इस दिन केवल फल का ही सेवन करना चाहिए और कुछ नहीं खाना चाहिए.