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एक अगस्त को 288 करोड़ की परियोजनाओं का गृहमंत्री और मुख्यमंत्री करेंगे शिलान्यास व लोकार्पण

मिर्जापुर: गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक अगस्त को विंध्य कॉरिडोर का शिलान्यास सहित 90 योजनाओं की सौगात मिर्जापुर को देंगे। 288 करोड़ की लागत वाली 90 योजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण करेंगे। दो घंटे तक जिले में गृहमंत्री और मुख्यमंत्री रहेंगे। इसको देखते हुए तैयारियों को तेजी से अमलीजामा पहनाया जा रहा।

जिला प्रशासन ने शिलान्यास व लोकार्पण के लिए पहले एक हजार से ज्यादा योजनाओं की लिस्ट तैयार की थी। लेकिन संशोधन के बाद 90 योजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण होना है। इन योजनाओं की अनुमानित लागत 25 लाख या उससे अधिक है। इनमें विंध्य कॉरिडोर के परिक्रमा पथ का निर्माण, दो रोप-वे का लोकार्पण, मड़िहान में अग्निशमन केंद्र, उद्यान विभाग की दो करोड़ 48 लाख की योजना, लघु सिंचाई व पीडब्ल्यूडी से जुड़ी तमाम योजनाएं शामिल हैं। इनमें सबसे लागत वाली योजना विंध्य कॉरिडोर है। जिसका शिलान्यास होने के साथ ही काम शुरू हो जाएगा।

जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने बताया कि गृहमंत्री अमित शाह व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यक्रम की तैयारियां चल रही हैं। अभी निश्चित कार्यक्रम नहीं आया है। उद्यान विभाग की दो योजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण गृहमंत्री व सीएम करेंगे। राजकीय पौधशाला पटेहरा में मिनी सेंटर ऑफ एक्सिलेंस का लोकार्पण गृहमंत्री करेंगे। यहां हर साल आठ लाख रुपये के उन्नत व रोग रहित बीज विकसित किए जाएंगे जिन्हें किसानों को प्रदान किया जाएगा। यह योजना एक करोड़ चार लाख के लागत की है। इसी प्रकार बिसुंदरपुर स्थित राजकीय पौधशाला की चहारदीवारी का निर्माण कराया जाएगा। इस पर एक करोड़ 44 लाख रुपये की लागत आएगी।

गृहमंत्री अमित शाह व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का मिर्जापुर दौरा फिलहाल दो घंटे का होगा। इस दौरान विंध्याचल में गंगा में आचवन, विंध्याचल मंदिर में दर्शन पूजन, शिलान्यास का कार्यक्रम आयोजित होगा। इस दौरा कई गणमान्यों के लिए यहां भी व्यापक तैयारी की जा रही है। इसके बाद वे विभिन्न योजनाओं का जीआईसी ग्राउंड में शिलान्यास व लोकार्पण करेंगे। विंध्य कारिडोर योजना का भी शिलान्यास वहीं से होगा। जिला प्रशासन दो घंटे के संभावित दौरे की तैयारी कर रहा है।

मां विंध्यवासिनी मंदिर के परिक्रमा पथ का शिलान्यास व भूमि पूजन एक अगस्त को होना प्रस्तावित है। जीआईसी ग्राउंड में कार्यक्रम स्थल होने से विंध्याचल तक जोरदार तैयारी की जा रही है। बारिश की संभावना को देखते हुए जीआईसी ग्राउंड और विंध्याचल मंदिर परिसर में जर्मन हैंगर लगाया जा रहा है। वाराणसी के कानू बाबू डेकोरेशन द्वारा मंदिर के परिक्रमा पथ से लेकर पक्का घाट तक वाटरप्रूफ पंडाल बनाया जा रहा है। यहां तक गंगा घाट की ऊंची सीढ़ियों की जगह लकड़ी की कम ऊंचाई वाली सीढ़ियां तैयार की जा रही हैं। गंगा जल आचमन के दृष्टिगत ऐसा किया जा रहा है। परिक्रमा पथ में 40 फीट चौड़ा 150 फीट लंबा वाटर प्रूफ पंडाल लगाया जा रहा है। भूमि पूजन के लिए भी 30 फीट चौड़ा 30 फीट लंबा पंडाल बनाया जा रहा है।

इसमें भूमि पूजन एवं शिलान्यास की आधारशिला रखी जाएगी। इसके उपरांत एक विशेष पंडाल बनाया जाएगा, जिसमें वीआईपी के बैठने का प्रबंध रहेगा। इसके साथ ही मां विंध्यवासिनी मंदिर का रंग रोगन व साज सज्जा की जा रही है। मंदिर के अंदर एलईडी लाइट लगाई जा रही हैं। ताकि गर्भगृह के साथ परिसर में मौजूद अन्य विग्रहों के दर्शन पूजन में किसी प्रकार की समस्या न हो। यह लाइटें स्थायी तौर पर लगाई जाएंगी।

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