ज्ञान भंडार
एक जनवरी से पड़ेगी अतिरिक्त सेवाकर की मार
एक जनवरी से बैंकों की सेवाएं महंगी हो जाएंगी। सार्वजनिक व निजी क्षेत्र की अधिकांश बैंकों ने सेवा दरों में इजाफा कर दिया है। दरों में इजाफा करने वालों में देश का सबसे बड़ा बैंक एसबीआई सबसे आगे है।
यानी ग्राहक अब महंगी बैंक सेवाओं के साथ ही सेवाकर की भी अतिरिक्त मार झेलने के लिए तैयार रहें। स्टेट बैंक नवंबर 2014 में पहले भी दरों में इजाफा कर चुका है।
एसबीआई आगे
बैंक लॉकर सुविधा, एटीएम लेनदेन, सभी तरह के ऋणों की प्रोसेसिंग का शुल्क लेते हैं। भारतीय स्टेट बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा के प्रबंधन बढ़ी दरों की सूची बैंक शाखाओं में भेज भी चुके हैं।
अन्य बैंकों में भी सेवाओं में महंगाई का करंट जनवरी आखिर तक लगना तय है। एक उच्च पदस्थ अधिकारी के मुताबिक आनलाइन बैंकिंग में तेजी आई है। ऐसे में मैनुअल काम कम हो गए हैं। दरों में इजाफे के बाद भी बैंक ग्राहकों को बहुत ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा।
बैंक प्रबंधन शाखाओं के खर्चों के एवज में सेवाओं पर मामूली चार्ज लेते हैं। शहरी क्षेत्र में 15 से 35 फीसदी, अद्र्धशहरी व ग्रामीणांचल में 5 से 19 फीसदी तक दरों में इजाफा किया गया है।
अनुमानित दरें
लॉकर: पहले 756-979, अब 800-1100 रुपए
डेबिट कार्ड: पहले 100, अब 114.50 रुपए
प्लेटिनम कार्ड: पहले 306, अब 343.50 रुपए
गृह ऋण: कम से कम 2000 व अधिकतम 10,000 रुपए सेवाकर अतिरिक्त
कार ऋण: कम से कम 950 रुपए व अधिकतम 9100, सेवाकर अतिरिक्त