एक भूतिया गुड़िया जिसने एक परिवार को तबाह कर दिया
![](https://dastaktimes.org/wp-content/uploads/2018/11/doll.png)
गुडिया बच्चों का सबसे पसंदीदा खिलौनों में से एक है। खासतौर पर छोटी-छोटी बच्चियां गुडिया को सबसे ज्यादा पसंद करती है। क्योंकि वो गुडिया का मेकअप से लेकर उनके साथ खूब खेलती है। लेकिन क्या आप जानते है कि जब भूत-प्रेतों की बात आ जाती है तो ये ही सबसे ज्यादा डरावनी लगने लगती है। सोचिए क्या हो अगर आप एक डरावनी गुडिया चारों तरफ हो तो आपकी हालत क्या होगी। इन के कई राज है जिसके बारे में किसी कोई पता नहीं है। आज हम एक ऐसी गुडिया के बारे में बताने वाले है जिसके बारे मे सुनकर आप के रोंगटे खड़े हो जाएगें क्योकि यह ऐसी गुडिय़ा थी जिसको घर मे लाने के बाद उस घर के सभी लोगों की जिंदगी मे भुचाल सा आ गया था।
खबरों के मुताबिक, एक गुड़िया की वजह से एक परिवार को एक बीमारी ने जखड़ लिया था और उनकी मौत हो गई थी। गुडिया के बारे में बताया कि कभी कभार इस गुडिय़ा की सांसे चलती थी। और साथ में उनकी छोटी बहन को भी गुडिया ने बड़ी बेरहमी से मौत दी क्योंकि उसका कहना था गुडिया के बाल लगातार बड़ रहे थे इस नजारे को देखकर किसी की भी रूह कांप सकती है। एक ऐसी गुडिया थी जिसके बारे में आभास होता था कि यह एक जगह से चलकर दुसरी जगह जाती है। अगर उसको घर के एक कोने में रखते थे तो वो हमेशा घर के दूसरे कोने में पड़ी मिलती थी, और गुडिय़ा में से रोने की आवाजे अक्सर आती रहती थी। यह गुडिय़ा आखों से ही किसी को भी डरा देती थी। इन के बारे में कई लोगों का कहना था कि इनमे कई भयानकर आत्माए होती है जो किसी के पास ये होती थी उसको अपना शिकार बना लेती थी। यह डॉल आज भी वारेन के ओकलट म्यूज़ियम में, एक शीशे के शोकेस मे रखी हुई है और शोकेस के ऊपर इसे ना खोलने कि चेतावनी भी लिखी हुई है। एड और लॉरेन वारेन के अनुसार इस डॉल की शैतानी ताकते अभी भी जिन्दा है यदि इसे इस बॉक्स से बाहर निकाला तो ये फिर से सक्रीय हो जाएंगी। इस पूरी कहानी की शुरुवात होती है 1970 से। डोना के जन्मदिन पर उसी मां उसके लिए एक गुड़िया लेकर आती हैं, लेकिन इन दोनों को इस बात का अंदाजा नहीं होता है कि ये गुड़िया इनके लिए कितनी बड़ी मुसीबत बनने जा रही हैं। कुछ दिनों बाद डोना को डरावना सा अनुभव होने लगता है। वो देखती है कि गुडिया अपने आप मूव करती है। डॉल कभी दूसरे कमरे में, कभी सोफे और कभी कुर्सी पर मिलती है। यहां तक की कमरा बंद होने के बावजूद डॉल अपनी जगह बदल लेती है। जिसके बाद डोना और उसकी दोस्त को घर के कमरों से चम़डे के कागज पर एक संदेश मिलने लगता है जिस पर “हेल्प मी” लिखा होता है, लेकिन समझ नहीं पाते कि उनके साथ क्या हो रहा है। एक रात उन्हें डॉल की पीठ और सीने पर खून की बुंदे दिखाई देती है, जिसके बाद उन्हें अंदाजा हो जाता है की कुछ गलत है। वो इसके बाद एक पादरी फादर कुक तथा तांत्रिक वारेन को बुलाते है जो इस हॉन्टेड डॉल पर मंत्रों का प्रयोग कर उसे एक कांच के शोकेस में बंद कर देते है। शोकेस को मंत्रों द्वारा बांध दिया जाता है ताकि शैतानी आत्मा फिर से बाहर नहीं आ सके। आज भी यह गुडिया उसी शोकेस में रखी हुई है जहां आने जाने वाले लोग उसे बाहर से देख सकते हैं लेकिन उन्हें उस गुडिया को अथवा उसके शोकेस को छूने की इजाजत नहीं है।