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हिसार के बरवाला क्षेत्र एक महिला ने क्रूरता की सारी हदें पार करते हुए एक मां का बच्चा छिन लिया और दूसरी ने इस बच्चे को 25 हजार रुपए देकर गोद लिया. गोद लिए बच्चे का उसने इस तरह पालन पोषण किया कि बच्चा उसे छोड़कर जाने को तैयार नहीं है.
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बच्चे का पालन पोषण करने वाली मां को क्या पता था कि जिस बच्चे को वह सावित्री नामक महिला से गोद ले रही है वह बच्चा अपहरण करके लाया गया है. बताते चलें कि हिसार के बरवाला क्षेत्र से करीब चार साल पहले 22 जून 2013 में अपहरण करके बरवाला से ये बच्चा ले जाया गया था.
बरवाला के एक मौहल्ले में जब 4 साल का पंकज जब घर से बाहर खेल रहा था तो सावित्री नामक एक महिला ने उसका अपहरण कर लिया और रोहतक ले गई. पंकज के माता-पिता ने पंकज को काफी ढूंढ़ा लेकिन कोई सुराग नहीं लग पाया. बच्चे के परिजनों ने बरवाला थाने में रिपोर्ट भी दर्ज करवा राखी थी.
पुलिस द्वारा पूछताछ के अनुसार बच्चा उठाने वाली महिला सावित्री ने रोहतक की बाला को 25 हजार में बच्चा दे दिया था. रोहतक वासी बाला के पुत्र की पांच साल पहले मौत हो गई थी. जिस पर सावित्री जो रोहतक अनाथालय में लगी हुई है ने उसे बच्चा देने की बात कही.
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सावित्री ने बाला देवी को एक बच्चा 2013 में यह कहकर दिया कि यह उसका खुद का पुत्र है और वह इस पुत्र के बदले में 25 हजार रुपए लेगी, जिस पर बाला ने 25 हजार रुपए देकर 4 साल के पंकज को ले लिया
बरवाला के डीएसपी जयपाल सिंह ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि 4 साल पहले अपहरण किया गया एक बच्चा रोहतक में है और उसे अपहरण करके बेचा गया है. जिस पर पुलिस ने रेड की और अपहरण किए गए बच्चे को रोहतक से बरामद कर लिया गया है. बरवाला के डीएसपी जयपाल सिंह ने बताया कि पुलिस ने अपहरण किए गए बच्चे को बरामद कर लिया है तथा बच्चे का अपहरण करने वाली महिला सावित्री को गिरफ्तार कर लिया है. पूछताछ में महिला ने कबूल किया है कि उसने 25 हजार में इस बच्चे को आगे बेच दिया था
रोहतक वासी बाला ने इस बच्चे को 4 साल गोद लिया और उसे अपना ही बच्चा मानकर पालन पोषण कर रही थी. उस पर बाला देवी बच्चे पर अपनी ममता का प्यार लुटा रही थी. लेकिन उसे नहीं पता था कि यह बच्चा चोरी का है और उसे फंसाया गया है. बाला के पुत्र की एक सड़क हादसे में मौत हो गई थी, जिस कारण उसने सावित्री से यह बच्चा लिया था.