एक लाख टीमें बनाकर मेडिकल स्क्रीनिंग तेज करें : मुख्यमंत्री योगी
लखनऊ : सभी डीएम और सीएमओ को कार्ययोजना बनाकर मेडिकल स्क्रीनिंग का बड़े पैमाने पर अभियान चलाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इसके लिए टीमों की संख्या में वृद्धि करते हुए लगभग 1 लाख से अधिक टीम गठित कर मेडिकल स्क्रीनिंग की कार्यवाही की जाए। स्क्रीनिंग में संदिग्ध पाए गए व्यक्तियों के उपचार की पूरी व्यवस्था की जाए। साथ ही टेस्टिंग क्षमता 25 हजार की जाए। मुख्यमंत्री सोमवार को लोक भवन में आहूत एक उच्च स्तरीय बैठक में अनलाक व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने निर्देश दिए कि ग्रामीण और शहरी इलाकों में हर सप्ताह टीम द्वारा तय क्षेत्रों में स्क्रीनिंग की जाए।
उन्होंने मंत्रियों, अपर मुख्य सचिव गृह और डीजीपी को विभिन्न संस्थानों में स्थापित कोविड हेल्प डेस्क की व्यवस्थाओं का निरीक्षण करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने हर जिले में विशेष सचिव स्तर के अधिकारी की तैनाती के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह अधिकारी जिले में सीएमओ से मिलकर कोविड एवं नान कोविड चिकित्सालयों, एम्बुलंस सेवा सर्विलांस की कार्यवाही सहित सम्पूर्ण चिकित्सा व्यवस्था को और सुदृढ़ करें। उन्होंने 11 जनपदों में भेजे गए नोडल अधिकारियों की संयुक्त रिपोर्ट भी मांगी। साथ ही कहा कि स्वास्थ्य विभाग एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा योग्य, अनुभवी व वरिष्ठ स्वास्थ्य विशेषज्ञों की टीम तैयार करें जो चिकित्सा व्यवस्था को बेहतर करने में सहयोग कर सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड अस्पतालों में भर्ती रोगियों को पीने के लिए गुनगुने पानी की व्यवस्था की जाए।
मरीजों की निरन्तर मानिटरिंग हो। चिकित्सालयों के होल्डिंग एरिया में भीड़ एकत्र न होने दी जाए। प्रयास यह किया जाए कि 15 मिनट से अधिक समय तक वहां कोई न रूके। उन्होंने कहा कि पीएसी वाहिनी जैसे स्थान, जहां सामूहिक रूप से लोगों को रहना पड़ता है। वहां दो गज की दूरी के नियम का अनिवार्य रूप से पालन सुनिश्चित किया जाए।
– सड़क दुर्घटना के संबंध में नागरिकों को जागरूक करें
– अटल भूजल योजना का काम जल जीवन मिशन के तहत करें
– बरसात में तालाब खोदने, चेक डैम के काम मनरेगा से करवाएं जाएं।
– सड़क दुर्घटनाओं को काबू करने के लिए प्रभावी प्रवर्तन कार्रवाई करें।
– कानून-व्यवस्था के मामलों में कोई समझौता न करें।
– सभी बैंक सुरक्षा संबंधी मानकों का पालन करें।
– अवैध असलहों के विरुद्ध अभियान चलाया जाए।