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एजाज लकड़वाला का बड़ा खुलासा : 1998 में हो जाता दाऊद का अंत, लेकिन छोटा राजन का फेल हो गया प्लान’

मुम्बई : बीते आठ जनवरी को पटना से अरेस्ट अंडरवर्ल्ड डॉन एजाज लकड़ावाला ने मुम्बई क्राइम ब्रांच से पूछताछ के दौरान एक बड़ा खुलासा किया है। एजाज ने क्राइम ब्रांच से हुई पूछताछ में बताया है कि साल 1998 में भारतीय एजेंसियों की मदद से छोटा राजन की एक टीम ने डी-कंपनी के चीफ दाऊद इब्राहिम को मारने का प्लान बनाया था। इसके लिए कराची की एक दरगाह के पास छोटा राजन के खास गुर्गे विक्की मेहरोत्रा को लगाया गया था। लेकिन अंतिम वक्त पर दाऊद को इस प्लान की भनक लग गई। एजाज ने एजेंसी से हुई पूछताछ में बताया कि छोटा राजन ने भारतीय खुफिया एजेंसियों की दाऊद के खात्मे का प्लान बनाया था। इस ऑपरेशन की जिम्मेदारी राजन ने अपने खास आदमी विक्की मेहरोत्रा को दी थी।

राजन ने कराची की एक दरगाह के बाहर दाऊद के खात्मे का प्लान बनाया था और इसके लिए 10 लोगों की एक खास टीम तैयार कराई गई थी। टीम में विक्की को ऑपरेशन का इंचार्ज बनाया गया था, वहीं एजाज लकड़ावाला समेत फरीद तनाशा, बालू डोकरे, विनोद माटकर, संजय घाटे और बाबा रेड्डी को शामिल किया गया था। जिस दरगाह के बाहर दाऊद को मारने का प्लान बनाया गया था, वहां पर दाऊद अपनी बेटी की मौत के बाद कुछ रस्मों को पूरा करने आने वाला था। दाऊद की बेटी मारिया की मौत के बाद बने इस प्लान के लिए सबकुछ तैयार ही था, लेकिन अचानक दाऊद को इस प्लान की भनक लग गई।

नेपाल के एक सांसद और दाऊद के करीबी मिर्जा दिलशाद बेग ने डी-कंपनी को इस पूरे प्लान की जानकारी दे दी और दाऊद दरगाह तक पहुंचा ही नहीं। एजाज ने पूछताछ में बताया कि नाना (छोटा राजन) इस घटना से इतना नाराज था कि उसने इसी साल नेपाली सांसद मिर्जा दिलशाद बेग की गोली मारकर हत्या करा दी।

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