एड्स पीड़ित दम्पति ने फांसी लगाकर मौत को गले लगाया
लखनऊ। मड़ियांव क्षेत्र में एड्स पीड़ित दम्पति ने एक साथ फंखे में दुपट्टे का फंदा लगाकर फांसी लगा ली। दोनों का शव फंदे से लटकता देख पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच के बाद दोनों के शवों को फंदे से नीचे उतारा और पीएम के लिए भेज दिया। पुलिस ने बताया कि एड्स से पीड़ित होने के कारण दम्पति काफी परेशान रहते थे, जिसके कारण उन्होंने आत्महत्या कर ली है। मूल रूप से पिथरौगढ़ निवासी दाने राम खादी भण्डार से रिटायर्ड हैं। इनके दो बेटे रमेश (40) और प्रकाश (33) हैं। रमेश पत्नी और बच्चों के साथ महानगर में रहते हैं, जबकि छोटा बेटा प्रकाश पत्नी रेनू (28) के साथ मड़ियांव के प्रीतीनगर में रहता था। बीती रात खाना खाने के बाद दानेराम अपनी पत्नी उर्मिला के साथ अपने कमरे में सोने चले गए। वहीं बेटा प्रकाश और बहू रेनू अपने 11 माह के बच्चे सौरभ के साथ अपने कमरे में सोने चले गए। मां उर्मिला के मुताबिक, देर रात करीब 1:00 बजे कमरे से मासूम सौरभ के रोने की आवाज सुनाई दी। इस पर उर्मिला ने बेटे प्रकाश का दरवाजा कई बार खटखटाया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। इस पर अनहोनी की आशंका पर उन्होंने पति को सूचना दी। उर्मिला ने खिड़की से झांकर देखा तो प्रकाश और रेनू दुपट्टे के फंदे से एक साथ लटक रहे थे। यह देख उनके होश उड़ गये। परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच के बाद दरवाजा तोड़ा और दम्पति के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
बीमार होने पर जांच में पता लगा एड्स होने की जानकारी
परिजनों का कहना है कि प्रकाश दिल्ली में एक निजी कम्पनी में काम करता था। शादी के बाद वह पत्नी रेनू को लेकर दिल्ली चला गया। बच्चे की सही से देख रेख नहीं होने के कारण प्रकाश ने पत्नी और रेनू को मड़ियांव के प्रीतिनगर में घर भेज दिया था। इसी दौरान उसका ट्रांसफर उत्तराखण्ड के रूद्रपुर में हो गया, जहां उसकी तबियत खराब रहने लगी। इस पर प्रकास इलाज कराने लखनऊ चला आया पिछले कई माह से प्रकाश का इलाज लखनऊ में चल रहा था। प्रकाश के मेडिकल रिपोर्ट में एच आई वी पॉजिटिव आने के बाद प्रकाश काफी परेशान था। इस बीच रेनू की भी तबियत अक्सर खराब रहने लगी जिस पर रेनू का भी मेडिकल परिक्षण कराया गया और रेनू की रिपोर्ट में एच आई वी पॉजिटिव आ गयी जिसके चलते डॉक्टर ने रेनू को बच्चे को दूध पिलाने से मना कर दिया।