एनटीपीसी ने गैर पेशेवर वेंडरों को बाहर करने के लिए नई नीति बनाई
नयी दिल्ली। देश की सबसे बड़ी बिजली उत्पादक एनटीपीसी ने गैर पेशेवर तथा गंभीरता से काम नहीं करने वाले वेंडरों के साथ कारोबार रोकने के लिए नई नीति बनाई है। एनटीपीसी हर साल सार्वजनिक रूप से 50 000 करोड़ रपये की खरीद करती है। यह नई नीति पिछले साल पेश की गई। इस तरह के मामले सामने आए हैं कि कुछ वेंडरों के गैर पेशेवर रवैये से परियोजनाएं बुरी तरह प्रभावित हो रही हैं। देश के कुल बिजली उत्पादन में 30 फीसद का योगदान करने वाली सार्वजनिक क्षे़त्र की कंपनी गैर पेशेवर तथा गैर गंभीर वेंडरों पर प्रतिबंध लगाने के लिए दिशानिर्देश बनाए हैं। कारोबार पर प्रतिबंध की नीति व प्रक्रिया के तहत कोई एजेंसी यदि किसी ऐसे सरकारी कर्मचारी को नियुक्त करती है जिसे भ्रष्टाचार या ऐसे ही किसी अन्य आरोेप में बर्खास्त किया गया हो या हटाया गया हो तो उस पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है। इसके अलावा यदि किसी एजेंसी के प्रापराइटर पर रिश्वत भ्रष्टाचार या धोखाधड़ी का आरोप हो तो भी उसे प्रतिबंधित किया जा सकता है। एनटीपीसी के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक अरप राय चौधरी ने नई नीति के बारे में कहा यह जरूरी है कि एनटीपीसी प्रदर्शन न करने वाले गैर गंभीर वेंडरों को गंभीर संकेत दे। वे एनटीपीसी को अपने खराब प्रदर्शन व गैर पेशेवर बोलियों का बंधक नहीं बना सकते।