इंदौर। कैलाश विजयवर्गीय गुट के चुनावी दौड़ में शामिल नहीं होने के फैसले के बाद कांग्रेस के नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को आज सर्वसम्मति से मध्य प्रदेश क्रिकेट संगठन (एमपीसीए) का चेयरमैन जबकि पूर्व बीसीसीआई सचिव संजय जगदाले को निर्विरोध अध्यक्ष चुना गया। एमपीसीए की वार्षिक आम सभा (एजीएम) में यहां संगठन की प्रबंध समिति की नयी कार्यकारिणी के निर्विरोध चुनाव के बाद सिंधिया ने संवाददाताओं से कहा, ‘मुझे खुशी है कि इस बार एमपीसीए के द्विवार्षिक चुनाव सर्वसम्मति से हुए। इसके लिये विजयवर्गीय आदर और सम्मान के पात्र हैं।’ एमपीसीए के वर्ष 2012 में हुए चुनावों में विजयवर्गीय को करारी मात देकर सिंधिया इस संगठन के अध्यक्ष पद पर बरकरार रहे थे। लेकिन इस बार सिंधिया ने एमपीसीए अध्यक्ष पद के लिये जगदाले का नाम आगे बढ़ाया, जबकि खुद संगठन का चेयरमैन बनना स्वीकार किया। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता ने एमपीसीए में अपनी बदली भूमिका के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘हमारे पास पूर्ण बहुमत होने के बावजूद मैंने इच्छा जतायी कि जगदाले को एमपीसीए अध्यक्ष के रूप में चुना जाये। मुझे पूरा भरोसा है कि उनकी अगुवाई में एमपीसीए आगे बढ़ेगा।’ एमपीसीए के वर्ष 2010 और 2012 में हुए चुनावों में सिंधिया खेमे ने विजयवर्गीय गुट का सूपड़ा साफ कर दिया था। लेकिन इस बार विजयवर्गीय गुट ने एमपीसीए की चुनावी दौड़ में शामिल नहीं होने का निर्णय किया। प्रदेश के नगरीय प्रशासन और विकास मंत्री विजयवर्गीय ने कहा कि उनके गुट ने वरिष्ठ क्रिकेटरों की इच्छा के मुताबिक एमपीसीए में ‘कड़वाहट’ खत्म करने के लिये इस बार सांगठनिक चुनावों में उम्मीदवार नहीं उतारे।