एमसी शिमला का ‘स्वच्छता वाहन’ चोरी
हालांकि दोपहर बाद वाहन कंडाघाट के पास दुर्घटनाग्रस्त स्थिति में मिल गया। रातोंरात वाहन गायब होने की घटना ने निगम संपत्ति की सुरक्षा पर सवालिया निशान लगा दिया है। नगर निगम स्वच्छता वाहन के चालक ने मंगलवार रात ड्यूटी ऑफ होने के बाद गाड़ी 103 टनल के पास पार्क की थी। सुबह सात बजे से ड्यूटी थी इसलिए बुधवार सुबह साढ़े छह बजे ड्राइवर उस स्थान पर पहुंचा जहां गाड़ी पार्क की थी लेकिन गाड़ी गायब थी।
इसके बाद चालक गाड़ी की तलाश करते हुए निगम कंट्रोल रूप तक पहुंच गया। कंट्रोल रूम में गाड़ी चोरी की सूचना दी और इसके बाद बालूगंज थाने में शिकायत दर्ज करवाई गई। हालांकि दोपहर बाद नगर निगम को स्वच्छता वाहन कंडाघाट के पास दुर्घटनाग्रस्त स्थिति में होने की सूचना मिली।
इसके बाद निगम के कर्मचारियों की टीम मौके की ओर रवाना हुई और देर शाम वाहन को शिमला पहुंचाया गया। ‘क्लीन शिमला ग्रीन शिमला’ मुहिम के तहत गांधी जयंती के मौके पर मुख्यमंत्री ने हरी झंडी दिखा कर स्वच्छता वाहन लांच किया था।
1916 पर कॉल करके स्वच्छता वाहन को सफाई के लिए सार्वजनिक स्थलों पर बुलाया जा सकता था। विशेषकर शहर की सड़कों पर कुत्ते और बंदरों के मरने की स्थिति में लोग 1916 पर कॉल कर वाहन को बुला रहे थे। वाहन चोरी होने के बाद दुर्घटनाग्रस्त होने से अब नगर निगम के स्वच्छता अभियान पर कुछ समय के लिए ब्रेक लग गई है।
लापरवाही बरतने पर होगी कार्रवाई: गाड़ी चोरी होने की एफआईआर करवा दी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। इस मामले में अगर नगर निगम के कर्मचारियों की लापरवाही पाई गई तो संबंधित लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
स्वच्छता वाहन पर पेंटिंग कर जागरूकता संदेश लिखने वाले शहर के एक पेंटर ने बुधवार सुबह कंडाघाट में सड़क किनारे दुर्घटनाग्रस्त स्थिति में वाहन को देखा। पेंटर ने गाड़ी को पहचान लिया और तुरंत निगम अधिकारियों को फोन कर गाड़ी एक्सीडेंट होने की सूचना दी। इसके बाद निगम कर्मी गाड़ी लेने कंडाघाट पहुंचे।