अद्धयात्म

ऐसी 10 तस्वीरें, जो सच साबित करती हैं भगवान राम के होने का सबूत

क्या वाकई भगवान राम, विष्णु के पहले मानवरूपी अवतार थे? क्या राम और रावण के बीच हुआ युद्ध एक हकीकत है या फिर कल्पना? क्या आज का श्रीलंका कल की सोने की लंका थी, जिस पर असुर सम्राट रावण शासन करता था? भगवान राम के धरती पर जन्म लेने से जुड़े कई ऐसे ही सवाल हैं जो हमेशा एक विवाद का विषय बने रहे हैं। कोई भगवान राम के अस्तित्व पर विश्वास करता है तो कोई इसे कल्पना मात्र कहता है। लेकिन आज जो तथ्य हम आपको बताने जा रहे हैं वह आपको इस दुविधा से बाहर निकाल सकता है कि इस धरती पर श्रीराम का जन्म लेना सच है या सिर्फ अफवाह…

आप यह जानकर आश्चर्यचकित होंगे कि श्रीलंका, जो कभी रावण की लंका हुआ करती थी, वहां कुछ ऐसे साक्ष्य मिले हैं जो इस बात पर विश्वास करने के लिए मजबूर कर देते हैं कि धरती पर भगवान राम ने जन्म लिया था और लंका पर असुरों के राजा रावण का शासन था। आइए आज हम आपको दिखते हैं ऐसे 10 तस्वीरें, जिसे देखकर आप जरूर देखना चाहेंगे।

1. भगवान हनुमान के पद चिन्ह

ऐसा माना जाता है कि हनुमान जी ने जब विशालकाय रूप धारण किया था, तब उनके विशालकाय पैरों के पद चिन्ह कई जगहों पर बने, जिनमें से कई आज भी मौजूद हैं।

2. यहीं पर हनुमानजी ने की थी भगवान राम की प्रतिक्षा

रामायण में हनुमान गढ़ी के बारे में लिखा गया है कि इसी जगह पर हनुमान जी ने भगवान राम की प्रतीक्षा की थी। भारत में अयोध्या के पास यहां भगवान हनुमान की एक मंदिर भी है।

3. रावण ने सीता मां को यहीं रखा था सबसे पहले

कहा जाता है कि रावण जब सीता का अपहरण कर के श्रीलंका पहुंचा तो सबसे पहले सीताजी को इसी जगह रखा था। इस गुफ़ा पर हुई नक्काशी आज भी इस बात का सबूत देती है।

4. श्रीलंका में रावण का महल

श्रीलंका के पुरातत्व विभाग को खुदाई के दौरान एक महल मिला, जिसमे कई गुप्त रास्ते हैं जो शहर के मुख्य केंद्रों तक जाते हैं। ये प्रमाणित हुआ है कि ये रास्ते मानव निर्मित थे और ये अनुमान लगाया जा रहा है कि ये महल रावण का वो महल है जिसकी चर्चा रामायण में की गयी है।

5. हिमालय की जड़ी-बूटियों का मिलना

श्रीलंका में हिमालय की जड़ी बूटियों का मिलना इस बात का सबूत है कि लक्ष्मण को संजीवनी देने की घटना सही है, क्योंकि जड़ी-बूटियां के पौधे उसी स्थान पर मिले हैं जहां पर लक्ष्मण को संजीवनी दी गयी थी।

6. कोणेश्वरम मंदिर

रावण भगवान शिव की आराधना करता था और उसने भगवान शिव के लिए इस मंदिर की भी स्थापना भी करवाई थी। यह दुनिया का इकलौता मंदिर है, जहां भगवान से ज़्यादा उनके भक्त रावण की आकृति बनी हुई है। इस मंदिर में बनी एक आकृति में रावण के दस सिरों को दिखाया गया है। कहा जाता है कि रावण के दस सिर थे और उसके दस सिर पर रखे दस मुकुट उसके दस जगहों के अधिपत्य को दर्शाता है।

7. गर्म पानी के कुएं

रामायण के अनुसार रावण ने कोणेश्वरम मंदिर के पास गर्म पानी के कुएं बनवाए थे, जो आज भी वहां मौजूद हैं।

8. राम सेतु

रामायण और भगवान राम के होने का ये सबसे बड़ा सबूत है। समुद्र के ऊपर श्रीलंका तक बने इस सेतु के बारे में रामायण में लिखा है और इसकी खोज भी की जा चुकी है। ये सेतु पत्थरों से बना है और ये पत्थर पानी पर तैरते हैं।

9. जानकी मंदिर

नेपाल के जनकपुर शहर में जानकी मंदिर है। सीता माता के पिता का नाम जनक था जिनके नाम पर शहर का नाम जनकपुर पड़ा और सीता माता की मां का नाम जानकी था जिनके नाम पर जानकी मंदिर का निर्माण किया गया। जहां आज भी लाखों की संख्या में लोग आते हैं।

10. द्रोणागिरी पर्वत

युद्ध के दौरान जब लक्ष्मण को मेघनाथ ने मूर्छित कर दिया था और उनकी जान जा रही थी, तब हनुमान जी संजीवनी लेने द्रोणागिरी पर्वत गए थे। उन्हें संजीवनी की पहचान नहीं थी तो उन्होंने पूरा पर्वत ले जाने का निर्णय लिया। युद्ध के बाद उन्होंने द्रोणागिरी को यथास्थान पहुंचा दिया। उस पर्वत पर आज भी वो निशान मौजूद हैं जहां से हनुमान जी ने उसे तोड़ा था।

 
 
 

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