ऐसे कहें धूम्रपान को अलविदा
लंदन (एजेंसी)। धूम्रपान सेहत के लिए हानिकारक होता है। खासतौर पर किसी भी रूप में तंबाकू का सेवन करने से कैंसर जैसी बीमारियों का खतरा अधिक होता है। एक ताजा शोध में बताया गया है कि किन आसान तरीकों से लोग स्मोकिंग की लत छोड़ देते हैं। अक्सर, यह दो विकल्पों के रूप में सामने आता है। या तो पुरानी आदत को एकदम से छोड़ देना या फिर स्मोकिंग की आदत को धीरे धीरे विदा कहना। लेकिन दोनों में से कौन सी बेहतर है। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के निकोला लिंडन हाले कहते हैं कि अधिकांश लोग सोचते हैं कि स्मोकिंग छोड़ने का बेहतर तरीका यही होता होगा कि धीरे-धीरे स्मोकिंग की मात्रा घटा दी जाए।
उनके साथियों ने यूके में करीब सात सौ लोगों पर काम किया। ये लोग एक दिन में 15 सिगरेट तक फूंक जाते थे लेकिन वे स्मोकिंग छोड़ने के इच्छुक भी थे। उन सभी ने दो सप्ताह में एक तारीख तय कर रखी थी जिस पर उन्हें स्मोकिंग छोड़ना थी। उनमें से आधे सामान्य धूम्रपान करते थे लेकिन तब उनकी क्विट डेट आती तब वे एकदम से छोड़ देते। शेष लोगों ने दो सप्ताह के समय में धीरे-धीरे स्मोकिंग की मात्रा कम की। दोनों समूहों के व्यवहार की काउंसिलिंग की गई। उन्हें निकोटिन थेरेपी दी गई। छह महीने बाद देखा गया कि वे जिन्होंने एकदम से स्मोकिंग छोड़ दी थी उनका प्रतिशत 25 था जो कि क्रमिक रूप से स्मोकिंग छोड़ने वालों से बेहतर रहा। अचानक छोड़ने वाले 49 प्रतिशत लोग पूरी तरह छोड़ने में सफल रहे जबकि धीरे छोड़ने वालों का प्रतिशत 39 ही रहा।