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ऐसे पहचानें ब्रांडेड चीज़ो को, बच जायेंगे धोखे स

आजकल कंज्यूमर को बेवकूफ बनाने का नया ट्रेंड चला हुआ है. मार्केट का इतना बुरा हाल है कि नकली सामानों की भरमार लगी पड़ी है. लोगों को असली ब्रांड के नाम पर चूना लगाया जा रहा है. असली ब्रांड जैसे दिखने वाले सामान को सस्ते दामों पर बेचा जा रहा है. इसलिए नकली और असली ब्रांड्स की पहचान होना बहुत जरूरी है.  तो आज हम आपको ब्रांडेड चीज़ें असली और नकली चीज़ों के बीच का फर्क बताने जा रहे हैं –ऐसे पहचानें ब्रांडेड चीज़ो को, बच जायेंगे धोखे से

ब्रांडेड कपड़े फिटिंग के मामले में एक दम परफेक्ट होते हैं. जिस नंबर का साइज़ उन पर लिखा होता है वो असल में उसी साईज़ के होते हैं ना कि नकली ब्रांड्स की तरह. इस बात को जानने के लिए आपको बस उन्हें एक बार ट्राय करने की देर है जिससे आपको समझ आ जाएगा कि यह असली ब्रांड का कपड़ा है या नकली.

सभी ब्रांडेड कपड़ो और सामानों पर कम्पनी का लेबल लगा हुआ होता है. इस बात का खासतौर से ध्यान रखें कि लेबल बाहर की तरफ है या अंदर की तरफ क्योंकि नकली ब्रांड्स के सामान में लेबल बाहर की ओर लगा होता है और असली ब्रांड्स में अंदर की ओर.

ब्रांडेड जूते, बैग्स, पर्स, सैन्डल्स और ऐसी ही अन्य एक्सेसरीज को लेते समय एक बात का जरूर ध्यान रखें कि उनमे फिनिशिंग है या नहीं. ब्रांडेड एक्सेसरीज़ में प्रोडक्ट की पूरी क्‍वालिटी पर ध्यान दिया जाता है जबकि नकली सामानों पर क्वालिटी पर कोई ध्यान नहीं दिया जाता. यहां तक कि आप घर जाकर पाएंगें कि नकली सामान अंदर या बाहर से डैमेज होगा.

ब्रांडेड कपड़ो की स्टिचिंग भी बेहद जबरदस्त की जाती है. आप नोटिस करेंगे कि उनके फटने या खराब होने के चांसेस बहुत कम होते हैं. वहीं दूसरी ओर नकली ब्रांड्स के कपडे बेहद कमजोर और आसानी से फट जाते हैं.

अगर आप शॉपिंग करते समय इन छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखेंगे तो आप बेवकूफ बनने से बच सकेंगे. आखिर आपने पैसा बड़ी मेहनत से कमाया है इसलिए उसे ऐसे किसी नकली सामान पर खर्च ना करें। 

 

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