पहाड़ों में भी कांवड़ यात्रा के कई रंग दिखने लगे हैं। कांवड़ियों का साहस देखिए कि उन्होंने डाक कांवड़ के लिए ऑटो (तिपहिया वाहन) गंगोत्री पहुंचा दिया। ऐसा पहली बार हुआ, जब ऑटो गंगोत्री पहुंचा है। गंगोत्री से डाक कांवड़ लेकर यह ऑटो हरियाणा के पंचकुला जिले के पिंजौर जाएगा।श्रावण शिवरात्रि का पर्व निकट आते ही गंगोत्री मार्ग पर कांवड़ियों की चहलकदमी बढ़ गई है। पैदल कांवड़ियों के बाद अब जल भरने के लिए डाक कांवड़ियों के वाहन भी गंगोत्री पहुंचने लगे हैं।
हालांकि, अब तक अधिकांश डाक कांवड़िये ट्रक, यूटीलिटी, बोलेरो, बाइक व बुलेट से ही आ रहे थे। वहीं, कांवड़ियों का एक तिपहिया वाहन पहली बार उत्तरकाशी होते हुए गंगोत्री पहुंचा।
गंगोत्री से 400 किलोमीटर दूर पंचकुला जिले के पिंजौर से एचआर-68बी-8864 नंबर का ऑटो चालक सहित पांच कांवड़ियों को लेकर गंगोत्री पहुंचा। ऑटो को देखने के लिए चिन्यालीसौड़, धरासू बैंड, डुंडा, उत्तरकाशी, भटवाड़ी व गंगोत्री में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी।
लोगों ने ऑटो चालक से पूछा की पहाड़ की उतराई-चढ़ाई वाली सड़कों से ऑटो को कैसे गंगोत्री पहुंचाया। इस पर कांवड़ दल के प्रमुख विकास ने बताया कि ऋषिकेश से आने में उन्हें किसी तरह की परेशानी नहीं हुई। कुछ स्थानों पर चढ़ाई अधिक थी तो खाली ऑटो को उस पर चढ़ाया गया। अब गंगोत्री से डाक कांवड़ लेकर उन्हें 20 जुलाई तक पिंजौर पहुंचना है