नई दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी में नए साल के पहले दिन यानी एक जनवरी से ऑड-ईवन स्कीम लागू हो रही है। इस योजना के तहत सीएनजी कारों को छूट मिली है, लेकिन सभी सीएनजी कारों को विंड स्क्रीन पर आईजीएल की ओर से जारी किया गया स्पेशल स्टिकर लगाना होगा। जानकारी के अनुसार, मंगलवार से स्पेशल स्टिकर लगाने का काम शुरू हो गया है। वहीं, इस योजना को बेहतर ढंग से लागू करने पर की गई तैयारी को लेकर कई सवाल भी खड़े हो रहे हैं।
दिल्ली के परिवहन मंत्री गोपाल राय ने सोमवार को कहा था कि इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (आईजीएल) सीएनजी सत्यापित कारों के लिए मंगलवार से अपने स्टिकर जारी करेगा। आम आदमी पार्टी सरकार ने एक जनवरी से शुरू हो रही वाहनों की सम विषम नंबर वाली योजना के तहत आईजीएल के स्टिकर वाली सीएनजी चालित कारों को छूट दी है। हालांकि, सरकार ने चेतावनी दी है कि यदि कोई इन सीएनजी स्टिकरों की जाली प्रति के साथ पाया गया तो उस पर भारतीय दंड संहिता की धारा 420 के तहत मुकदमा चलाया जाएगा और भारी जुर्माना लगाया जाएगा। आईजीएल सीएनजी चालित वाहनों के लिए खास विशेषताओं और एक उपकरण से पहचाने जा सकने योग्य एक विशेष लोगो का वितरण कर रहा है।
आईजीएल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दिल्ली में 95 सीएनजी स्टेशन हैं, नोएडा और गाजियाबाद में सात-सात और ग्रेटर नोएडा में पांच स्टेशन है। दिल्ली में करीब पांच लाख सीएनजी वाहन चल रहे हैं। सीएनजी स्टिकर कार के आगे वाली कांच पर चिपका होगा ताकि यह आसानी से दिख सके।
गौर हो कि दिल्ली सरकार 30 दिसंबर को एक ट्रायल रन करने की तैयारी में जुटी है। इस दौरान सरकार सुबह 8 बजे से लेकर रात 8 बजे तक सभी कायदे कानूनों को अमल में लाने के लिए इंतजामों को परख जाएगा। दिल्ली सरकार ने घोषणा की है कि ऑड-ईवन फॉर्मूले से यात्रियों को दिक्कत न हो, इसके लिए दिल्ली एनसीआर में एक जनवरी से तीन हजार अतिरिक्त बसों को चलाया जाएगा। इस दौरान मेट्रो भी अतिरिक्त फेरे लगाएगी।