औरंगाबाद में नक्सलियों का हमला, बीजेपी के विधान पार्षद के रिश्तेदार की हत्या
- चार बसों सहित 11 वाहनों को लगाई आग
औरंगाबाद : लगभग पांच सौ सशस्त्र नक्सलियों ने शनिवार की देर रात देव थाना क्षेत्र के एक गाँव सुदी बिगहा पर हमला कर दिया ।इस हमले में एक व्यक्ति नरेंद्र सिंह (65) की मौत हो गयी जबकि नक्सलियों ने चार बसों सहित 11 वाहनों को आग लगा दी। सुदी बिगहा स्थनीय विधान पार्षद राजन सिंह का पैतृक गाँव है और नरेंद्र सिंह उनके चाचा थे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार गांव के निवासी खाना खा कर सोने जा रहे थे। उसी समय हथियारबंद माओवादियों ने गांव को घेर लिया और जबरदस्त फायरिंग शुरू की। इस फायरिंग में घर के बाहर खड़े नरेंद्र सिंह को गोली लग गयी और उनकी घटनास्थल पर ही मौत हो गयी। नक्सलियों ने उस गांव के एक ट्रांसपोर्टर अरुण सिंह के मकान को विस्फोट कर उड़ाने की भी कोशिश की। इसके बाद उन्होंने वहां खड़े एक ट्रैक्टर और मोटरसाइकिल में आग लगा दी। इसके बाद नक्सलियों का दस्ता देव प्रखंड मुख्यालय पहुंचा जो सुदी बिगहा से मात्र एक किमी दूर है। यहाँ नक्सलियों ने अरुण सिंह की चार बसों, 2 ट्रैक्टर , एक ट्रैकर और एक मोटरसाइकिल में आग लगा दी। इस घटना में एक स्थानीय निवासी कृष्णा मिस्त्री का घर भी जल गया। इस घटना की सूचना मिलने पर पुलिस घटना स्थल पर पहुंची और उसकी भिड़ंत नक्सली दस्ते के साथ हो गयी।
सहायक पुलिस अधीक्षक ( अभियान) राजेश कुमार सिंह ने बताया कि दोनों तरफ से फायरिंग के बाद नक्सली अँधेरे का लाभ का उठा कर भाग गए। उन्होंने बताया कि इस घटना के बाद पूरे इलाके में सघन कॉम्बिंग ऑपरेशन चलाया जा रहा है जिसमें पुलिस के साथ कोबरा और सीआरपीएफ की टुकड़ियां भी शामिल हैंं। विदित हो कि इस गाँव पर पांच वर्ष पूर्व भी नक्सलियों ने हमला कर एक युवक की हत्या कर दी थी और कई वाहनों को आग लगा दी थी । इस बीच विधान पार्षद राजन सिंह ने पुलिस पर इस पूरे मामले में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि उन्हें लगातार अपने और अपने परिवार के ऊपर खतरे की आशंका जताई थी।. उन्होंने इस सम्बन्ध में डीजीपी को भी बताया था और परिवार की सुरक्षा की मांग की थी लेकिन इसके बाद भी उनकी इस मांग पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। उनका कहना है कि उसी का परिणाम है की उनके पैतृक गांव पर हमला हो गया और उनके चाचा की हत्या कर दी गयी।