ऑलराउंडर ने कहा कि वह शो के नेचर के मुताबिक ज्यादा खुल गए और साथ ही कहा कि वह किसी की भावनाओं को आहत नहीं करना चाहते थे। पांड्या ने लिखा, ‘कॉफी विद करण में मेरे बयान पर ध्यान देते हुए मैं उन सभी से माफी मांगता हूं, जिनका मैंने किसी भी तरह दिल दुखाया है। ईमानदारी से कहूं तो मैं शो के अंदाज को देखते हुए ज्यादा खुल गया। मैं किसी की बेइज्जती नहीं करना चाहता था या किसी की भावनाओं को दुख नहीं पहुंचाना चाहता था। रिस्पेक्ट।’
शो में पांड्या ने कई महिलाओं के साथ घूमने और अपने माता-पिता के साथ खुले होने की बाते बताई थीं। यह पूछने पर कि क्लब में महिला का नाम नहीं पूछा तो पांड्या ने जवाब दिया, ‘मुझे महिलाओं को मूव करते देखना और उन्हें ऑब्जर्व करना पसंद है। मैं थोड़ा ब्लैक साइड से हूं इसलिए मुझे देखने की जररूत है कि वह कैसे मूव कर रही हैं।’
पांड्या की इसके बाद जमकर आलोचना हुई और बीसीसीआई के शीर्ष अधिकारियों को भी उनकी यह हरकत रास नहीं आई। एक सूत्र के मुताबिक पांड्या के बयान मूर्खतापूर्ण और चापलूसी भरे लगे। हो सकता है कि भारतीय क्रिकेटरों के इस तरह के शो में जाने पर रोक लगाई जाए।
बीसीसीआई के एक सूत्र ने कहा, ‘यह देखना होगा कि खिलाड़ियों को ऐसे शो में जाने की इजाजत देनी चाहिए, जिनका क्रिकेट से कोई संबंध नहीं हो।’
हार्दिक पांड्या हाल ही में चोट से उबरे और ऑस्ट्रेलिया दौरे पर आखिरी दो टेस्ट के लिए उन्हें टीम इंडिया में शामिल किया गया। हालांकि, टेस्ट सीरीज में पांड्या को अंतिम एकादश में मौका नहीं मिला। अब 12 जनवरी से टीम इंडिया और ऑस्ट्रेलिया तीन मैचों की वन-डे सीरीज खेलेंगी, जिसमें पांड्या का अंतिम एकादश में शामिल होना लगभग तय नजर आ रहा है।