कनाडा के मस्जिद में रखी जाएगी कादर खान की बॉडी
लंबी बीमारी के बाद बॉलीवुड के हरफनमौला कलाकार कादर खान का कनाडा में निधन हो गया. वो 81 वर्ष के थे. आखिरी वक्त में उनके साथ परिवार मौजूद रहा. रिपोर्ट्स की मानें तो आज यानी बुधवार को कनाडा में सीनियर एक्टर को सुपुर्द-ए-ख़ाक किया जाएगा. स्पॉटबाय की रिपोर्ट के मुताबिक सुपुर्द-ए-ख़ाक करने से पहले सीनियर एक्टर की बॉडी को मस्जिद में रखा जाएगा, जहां नमाज और दूसरी आखिरी रस्में निभाई जाएंगी.
रिपोर्ट के मुताबिक कादर खान के बेटे सरफराज रविवार को टोरंटो में अपनी मां के साथ पहुंचे थे. लेकिन उनका पिता से मिलना नहीं हो सका, क्योंकि एक्टर कादर खान की तबियत काफी बिगड़ गई थी और वे कोमा में चले गए थे. कादर खान के बेटे सरफराज खान ने मंगलवार को पिता के निधन की सूचना दी. वो 16-17 सप्ताह तक अस्पताल में रहे.
कादर खान को घुटने की बीमारी के इलाज के लिए 2017 में कनाडा लाया गया था. वो काफी उम्रदराज थे. उनका इलाज चला, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका. एक्टर पिछले कुछ सालों से फिल्मी दुनिया से दूर हो गए थे. उन्हें चलने में परेशानी थी. सार्वजनिक मौकों पर बेहद कम नजर आते थे. कादर खान के परिवार के कई लोग कनाडा में ही रहते हैं. बताते चलें कि 1937 में कादर खान का जन्म अफगानिस्तान के काबुल में हुआ था. बचपन में उनका परिवार मुंबई आ गया था. दिल से हिंदुस्तानी कादर खान ने कनाडा इमं आखिरी सांस ली. हालांकि वो भारत लौटना चाहते थे. कादर खान के निधन पर बॉलीवुड के कई दिग्गजों ने श्रद्धांजलि दी…
कादर खान ने हिंदी सिनेमा में 300 से ज्यादा फिल्मों में अभिनय किया. करीब 250 फिल्मों में पटकथा और संवाद लेखन किया. 70 के दशक में जाने माने स्क्रीन राइटर थे. फिल्मों में काम करने से पहले कादर खान कॉलेज इमं पढ़ाते थे. वे बॉम्बे यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग ग्रैजुएट थे. बहुत कम लोगों को इस बात की जानकारी है. उर्दू पर उनकी उम्दा पकड़ थी. आज भी उनके लिखे संवाद लोगों की जेहन में ताजा है.
चार दशक से लंबे करियर में कादर खान ने कई फिल्मों में उम्दा अभिनय किया. इस दौरान हिंदी की कई सुपरहिट फिल्मों की कहानियां और संवाद कादर खान ने लिखे. मनमोहन देसाई और प्रकाश मेहरा की तमाम फिल्मों की पटकथा और संवाद कादर खान ने लिखे. इनमें से कई फिल्मों ने अमिताभ को हिंदी सिनेमा का महानायक बनाया. पिछले दिनों गंभीर बीमारी के बाद डॉक्टर्स ने सीनियर एक्टर को रेगुलर वेंटीलेटर से हटाकर BiPAP वेंटिलेटर पर रखा था.