कनाडा में कादर खान के अंतिम संस्कार के बाद सामने आई ये तस्वीर, जिसे देखने के लिए उमड़ा पूरा देश…
मशहूर एक्टर कादर खान का लम्बी बीमारी के बाद 81 साल की उम्र में कनाडा में नि धन हो गया। भारतीय समयानुसार कादर ने 31 दिसम्बर की शाम 6 बजे आखिरी सांस ली। इसके बाद कनाडा में ही उन्हें सुपुर्द-ए-खाक किया गया। प्रेयर मीट में उनके तीनों बेटे अब्दुल, सरफराज और शहनवाज के आंसू थम नहीं रहे थे। बेटे सरफराज ने प्रेयर मीट में बताया कि कादर को चिंता थी कि जनाजे में कोई आएगा भी या नहीं।
सरफराज ने मौजूद लोगों से कहा- मेरे वालिद अपने फैन्स से बेहद प्यार करते थे, उन्होंने बेटों और फैन्स में कोई अंतर नहीं समझा। वे कहते थे अगर तुम तीनों में से कोई मुझे नहीं पालेगा तो इनमें से कोई जरूर पाल लेगा। वीडियो में कादर खान के बेटे अपने वालिद के आखिरी रिचुअल्स पूरे करते दिखाई दे रहे हैं। इस दौरान तीनों ही अपने आंसू रोक नहीं पा रहे थे।
कादर खान को घुटने की बीमारी के इलाज के लिए 2017 में कनाडा लाया गया था. यहां उनका इलाज चला. उन्हें चलने में परेशानी थी. कादर खान के परिवार के कई लोग कनाडा में ही रहते हैं. पिछले दिनों गंभीर बीमारी के बाद डॉक्टर्स ने सीनियर एक्टर को रेगुलर वेंटीलेटर से हटाकर BiPAP वेंटिलेटर पर रखा था.
कादर खान की मौत के बाद बॉलीवुड के कई सितारों ने उन्हें सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि दी. लेकिन कादर खान के बेटे सरफराज फिल्म इंडस्ट्री के लोगों से बेहद निराश हैं. उनका मानना है कि कनाडा जाने के बाद फिल्म इंडस्ट्री के लोगों ने उनके पिता को नजरअंदाज कर दिया था. कादर खान के नि धन के बाद फिल्म जगत के कई सारे लोगों ने उनके बेटों को कनाडा में फोन तक नहीं किया. जिसकी वजह से सरफराज आहत हैं.
सरफराज ने कहा- ”मेरे पिता फिल्म इंडस्ट्री के कई सारे लोगों के करीब थे. लेकिन वे बच्चन साहब को सबसे ज्यादा प्यार करते थे. जब भी मैं पिता से पूछता था कि वे इंडस्ट्री से किसे सबसे ज्यादा मिस करते हैं? वे तुरंत बच्चन साहब का नाम लेते थे. ये प्यार दोनों की तरफ से था.”
कादर खान ने हिंदी सिनेमा में 300 से ज्यादा फिल्मों में अभिनय किया. करीब 250 फिल्मों में पटकथा और संवाद लेखन किया. वे 70 के दशक में जाने माने स्क्रीन राइटर थे.