कन्हैया की पेशी पर वकीलों का हंगामा, छात्रों-पत्रकारों की पिटाई
उन्होंने जेएनयू छात्रों और मीडियाकर्मियों की पिटाई की और सभी कोर्ट से बाहर निकालते हुए कन्हैया की पेशी का विरोध किया। वकीलों ने कहा कि हम कन्हैया को कोर्ट में पेश नहीं होने देंगे और पेश हुआ तो उसकी पिटाई होगी।
वकील वहां मौजदू लोगों से उन्हें पूछ-पूछ कर पीट रहे थे कि क्या आप जेएनयू से हैं अगर कोई हां कह देता तो वो उसकी पिटाई कर देते। वकीलों ने कोर्ट का घेराव करके कोर्ट को बंद कर दिया है जिससे कन्हैया की पेशी टल गई।वकीलों ने कोर्ट में हुड़दंग मचाकर हिंसा का इस्तेमाल करते हुए जेएनयू के छात्रों और फैकल्टी को कोर्ट के बाहर निकाला। यहां तक कि उन्होंने महिला कांस्टेबलों को बुलाकर ये सुनिश्चित किया कि कही कोई रह न जाए जेएनयू का।
यह घटना भारत माता की जय के जयकारे से शुरू हुई और कन्हैया के समर्थन में मौजूद लोगों को पीटने और कोर्ट परिसर के बाहर खदेड़ने तक चली। कोर्ट के बाहर जेएनयू के छात्र कन्हैया समर्थक जमे हुए हैं। यहां छात्रों की वकीलों से झड़प भी हुई। वकील देश के समर्थन में और जेएनयू के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे।
इसी दौरान वकीलों ने एक छात्र की पिटाई भी कर डाली। छात्रों का कहना है कि वकील बीजेपी से जुड़े हुए हैं। वकीलों ने मीडियाकर्मियों से भी बदसलूकी की और इसी का शिकार अमित पांडे बने।