जीवनशैली

कभी-कभी इसलिए जरूरत से ज्यादा खाना खा लेते हैं लोग

हाल ही में हुई एक स्टडी की रिपोर्ट में बताया गया है कि खाना खाने से दिमाग को तीन बार सिग्नल मिलते हैं. दो बार जब खाना खाते हैं, और एक बार जब खाना पेट तक पहुंचता है. यह स्टडी सेल मेटाबॉलिज्म जर्नल में प्रकाशित की गई है. इसमें दिमाग और डाइजेस्टिव सिस्टम के बीच गहरा संबंध बताया गया है. इससे ये भी पता चलता है कि किसी खाने की क्रेविंग होने पर हम उस खाने को जरूरत से ज्यादा क्यों खा पाते हैं.

स्टडी की रिपोर्ट में बताया गया है कि खाने से दिमाग में तीन गुना तेजी से डोपामाइन हार्मोन निकलता है. यह हार्मोन व्यक्ति को अच्छा महसूस कराने का काम करता है.

शोधकर्ताओं ने बताया कि उन्होंने एक नई तकनीक पॉजिट्रॉन एमिशन टोमोग्राफी (PET) विकसित की है. उन्होंने आगे बताया कि इस नई तकनीक से सिर्फ डोपामाइन हार्मोन के निकलने के बारे में ही जानकारी नहीं मिलती है, बल्कि इससे हमें ये जानने में भी मदद मिलेगी कि दिमाग के किस हिस्से से डोपामाइन हार्मोन निकलता है.

बता दें, इस स्टडी में 12 स्वस्थ लोगों को शामिल किया गया. स्टडी के दौरान 12 लोगों को स्वादिष्ट मिल्कशेक देकर उनमें पॉजिट्रॉन एमिशन टोमोग्राफी (PET) तकनीक द्वारा डेटा रिकॉर्ड किया गया. नतीजों में सामने आया कि पहली बार मिल्क शेक टेस्ट करने के बाद दिमाग के किसी एक हिस्से में जितना डोपामाइन हार्मोन निकला उतनी ही लोगों में मिल्क शेक पीने की क्रेविंग देखी गई.

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