कभी नंगे पांव दौड़ने वाली आदिवासी की सरिता अब है एशियाड की गोल्ड मेडलिस्ट
एशियाई खेलों में महिलाओं के चार गुणा 400 मीटर रिले टीम दौड़ में स्वर्ण पदक जीतने वाली टीम की सदस्य सरिताबेन गायकवाड़ कभी नंगे पांव दौड़ती थी.
सरिता गुजरात के आदिवासी बहुल डांग जिले से है. स्वर्ण पदक विजेता टीम का हिस्सा इस खिलाड़ी को गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने एक करोड़ रुपये की इनामी राशि देने की घोषणा की है.
सरिता के पिता ने कहा कि उन्हें अपनी बेटी पर गर्व है. उन्होंने कहा, ‘मेरे पास खुशी बयां करने के लिए शब्द नहीं हैं. उसने गांव और पूरे देश को गौरवान्वित किया है. उसे बचपन से ही दौड़ना पसंद था. अब पूरा देश उसे जानता है.’
उनके कोच अजिमोन के एस ने कहा कि सरिता ने उस वक्त सबका ध्यान अपनी तरफ खिंचा जब उसने अपनी दौड़ एक मिनट से कुछ अधिक समय में पूरी की.
अजिमोन ने कहा, ‘उसने 400 मीटर की दौड़ को एक मिनट एक सेकंड में पूरा किया. वह आदिवासी बहुल डांग जिले से है और वह हिन्दी भी नहीं बोल सकती है. मैंने गुजराती कोच की मदद से उसे नादियाद अकादमी से जुड़ने के लिए तैयार किया.’