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कमजोर पड़ा दाऊद, बचने के लिए ले रहा बीवी का सहारा

kuttaनई दिल्ली.कराची। पाकिस्तान में छिपे बैठे भारत के मोस्ट वांटेड अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम को लेकर अहम जानकारी मिली है। बीमारी के चलते दाऊद बेहद कमजोर हो गया है। वह अब कराची शहर से बाहर नहीं जाता है। सूत्रों के मुताबिक, दाऊद फोन कॉल्स भी नहीं लेता है। यह काम उसकी बीवी मेहजबीन करती है। खुफिया एजेंसियों के अधिकारियों के मुताबिक, दाऊद खुफिया रडार से बचने के लिए ऐसा कर रहा है। भारत ने जैसे-जैसे शिकंजा कसना शुरू किया है, अंडरवर्ल्ड डॉन को अपनी जान का खतरा महसूस होने लगा है। यही कारण है कि उसके लिए बुलेट प्रूफ गाड़ियां बुलवाई गई है। साथ ही खासतौर पर ट्रेंड 50 सुरक्षाकर्मी हर वक्त उसके आसपास रहते हैं।
डॉन पर यूं कसता जा रहा शिकंजा
बीते दिनों भारत ने पाकिस्तान से दाऊद की मांग की थी। भारत ने कहा था, सालों से छिपे अंडरवर्ल्ड डॉन को अब कानून का सामना करना होगा। पाकिस्तान को उसे अब भारत को सौंप देना चाहिए। मालूम हो, बीते दिनों 1993 के मुंबई विस्फोटों के गुनहगार दाऊद इब्राहिम को पनाह देने के मामले में पाकिस्तान की पोल खुल गई थी। संयुक्त राष्ट्र की समिति ने पाकिस्तान के भीतर दाऊद इब्राहिम के छह पतों को सही पाया है। भारत ने संयुक्त राष्ट्र को दाऊद के कुल नौ पते दिए थे। इस तरह संयुक्त राष्ट्र ने भारत का दावे की पुष्टि कर दी है। जाहिर है, पाकिस्तान को यह जवाब देना मुश्किल होगा कि आतंकवाद को अपनी जमीन पर पनाह न देने के वादे के बावजूद वह दाऊद को क्यों बचा रहा है।
दरअसल, भारत ने पिछले साल अगस्त में संयुक्त राष्ट्र को दाऊद इब्राहिम का डोजियर सौंपा था। इसमें पाकिस्तान के नौ पतों का उल्लेख था जहां दाऊद अक्सर देखा जाता है। आइएसआइएस और अलकायदा पर प्रतिबंध की निगरानी करने वाली संयुक्त राष्ट्र की समिति ने एक साल की जांच के बाद दाऊद इब्राहिम के छह पते को सही ठहराया है। जो तीन पते दाऊद से जुड़े नहीं पाए गए हैं, उन्हें संयुक्त राष्ट्र ने डोजियर से निकाल दिया है। इनमें से एक संयुक्त राष्ट्र में इस्लामाबाद की दूत मलीहा लोधी के आवास का है।
संयुक्त राष्ट्र की मुहर लगने के बाद भारत की लड़ाई को और बल मिल गया है। अब अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान को बेनकाब करने की मुहिम और मजबूत हो गई है। संयुक्त राष्ट्र में भारत के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि दुनिया के सामने पाकिस्तान का झूठ पकड़ा गया है।

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