करवा चौथ पर दिल की बात बयां करते उपहार
दस्तक टाइम्स/एजेंसी- नई दिल्ली:
दाम्पत्य के सूत्र को और गहरे से जोड़ते हैं हमारे व्रत व त्योहार और उसमें भी फिर करवा चौथ जैसा पर्व हो तो क्या बात है! अपने पति की दीर्घायु के लिए मंगलकामना करती हुई पत्नी जहां बेहद आस्था और प्रेम के साथ उसके लिए निर्जला उपवास रखती है वहीं पति भी अपनी पत्नी को उसकी खुशी जताने के लिए कुछ न कुछ उपहार जरूर देते हैं।
इसलिए आजकल चांद की पूजा के बाद पति से मिलने वाले सरप्राइज गिफ्ट का भी इंतजार रहता है। हालांकि इसे भी पर्व की एक प्रतीकात्मक रस्म समझकर स्वीकारना चाहिए क्योंकि तोहफे भी एक-दूसरे को जोड़कर रखने, खुशी देने में महती भूमिका निभाते हैं।
भले ही साड़ी हो, ज्वैलरी हो या फिर पत्नी की पसंद की और चीजें हों, करवा चौथ के खास दिन के लिए अपने दिल की बात बयां करने के लिए तोहफों से अच्छी भला और क्या चीज हो सकती है।
इस चलन के बढ़ने के साथ ही बाजार भी इसे खूब अच्छी तरह से भुनाने लग गए हैं। वैसे तो तोहफे देने का अधिकार सिर्फ पति के हिस्से में ही था, लेकिन आजकल पति जैसे पत्नियों के लिए व्रत करते हैं उसी तरह पत्नियां भी अपने पतियों को गिफ्ट देने से नहीं चूक रही हैं।
कुछ भी हो, कुल मिलाकर है तो यह एक-दूसरे के साथ निबाह का, प्रेम का रिश्ता। इसे एक-दूजे को गिफ्ट देकर मनाया जाए या फिर चांदनी रात में अपने-अपने दिल की बात ही कह-सुनाई जाए। येपल जीवनभर नहीं भूले जाते हैं और रिश्तों को मजबूती देते ही चले जाते हैं।
दाम्पत्य के रिश्ते को सही तरीके से निबाहने के लिए यह जरूरी है कि आप अपनी जरूरतों के हिसाब से एक-दूसरे को समझते हुए उनकी भावनाओं की कद्र करें। किसी अन्य से तुलना या किसी अन्य के गिफ्ट को देखकर अपनी स्थिति के ऊपर की जाने वाली मांग को हमेशा दरकिनार करें।
यही असली रिश्ते की पहचान है क्योंकि जहां हम दूसरों से तुलना करने में लग जाते हैं, वहीं रिश्तों में दरार आना शुरू हो जाती है।