करिश्मा भले ही आज सिल्वर स्क्रीन से दूर हैं लेकिन एक समय पर उनका नाम टॉप हीरोइनों में शुमार था। करिश्मा ने जब फिल्मों में एंट्री की थी तब उनकी उम्र सिर्फ 15 साल थी। 1991 में उनकी पहली फिल्म प्रेम कैदी रिलीज हुई थी। इस फिल्म में उन्होंने साउथ के हीरो हरीश कुमार के साथ काम किया था।
इस फिल्म से करिश्मा हीरोइन तो बन गईं लेकिन ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाई थी। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो फिल्म में करिश्मा कपूर का ड्रेसिंग सेंस और मेकअप काफी खराब था। आप ये भी कह सकते हैं कि करिश्मा की लॉन्चिंग काफी खराब हुई थी।
पहली फिल्म के बाद ही करिश्मा का बुरा दौर शुरू हो गया था। अगले कुछ सालों में उन्होंने ‘पुलिस ऑफिस’, ‘जागृति’ और ‘सपने साजन के’ जैसी फिल्में की। जो कि बुरी तरह फ्लॉप हुईं। यहीं से करिश्मा का करियर चलने से पहले रुक सा गया। अब करिश्मा रात-रात भर रोती थीं।
साल 1994 में जब फिल्म ‘राजा बाबू’ आई। तब दर्शकों ने उन्हें नोटिस करना शुरू किया। इसके बाद साल 1996 में फिल्म ‘राज हिंदुस्तानी’ ने उनके सितारे चमका दिए। अब करिश्मा की जिंदगी में खुशियां आने लगी थीं। लेकिन वो काली रातें करिश्मा कभी नहीं भूल पाईं। करिश्मा ने ये मुकाम पाने के लिए काफी मेहनत की है।