करोड़ों का कर्ज दबाए बैठे माल्या ने ,न्यूयॉर्क में पेंटहाउस के लिए दिए एक करोड़ डॉलर
नई दिल्ली: एक ओर से जहां भारतीय बैंक किंगफिशर एयरलाइंस पर करीब 9,000 करोड़ के कर्ज की वसूली की कोशिश में जुटी हैं, वहीं दूसरी तरफ कंपनी के मालिक विजय माल्या ने पिछले ही महीने न्यूयॉर्क के मैनहट्टन में स्थित प्रसिद्ध ट्रंप प्लाज़ा में एक फ्लैट का सौदा किया, जिसके लिए उन्होंने 10 मीलियन डॉलर अदा किए है।
शराब कारोबारी द्वारा खरीदा गया यह पेंटहाउस साल 2010 में उनके द्वारा इस मशहूर इमारत में की गई खरीदारी की ही हिस्सा है। इस अपनी बेटी तान्या के नाम से इस इमारत में एक पेंटहाउस सहित तीन फ्लैट खरीदे थे। न्यूयॉर्क वित्त विभाग के दस्तावेज़ों के मुताबिक, माल्या ने उस समय 46 लाख डॉलर या 21 करोड़ रुपये (तब के एक्सचेंज दर के अनुसार 1 डॉलर = 46 रुपये) का भुगतान किया था।
हालांकि पिछले साल, माल्या को ट्रंप प्लाज़ा से एक नोटिस मिला, जिसमें उन्हें याद दिलाया गया था कि उनकी बेटी के नाम पर खरीदे गए पेंटहाउस को हासिल करने के लिए उन्हें 10.1 मीलियन डॉलर का बकाया चुकाना होगा। यह राशि ट्रंप प्लाजा (एक सहकारी इमारत, जिसमें फ्लैट के मालिक ही शेयरधारक हैं) और जिस जमीन पर यह इमारत बनी है उसके मालिक के बीच हुए समझौते में माल्या के हिस्से का बकाया है।
न्यूयॉर्क स्थित एक रियल इस्टेट पोर्टल दीरियलडील.कॉम की पत्रकार फराह हलीम इस सौदे का पता लगाया। उन्होंने एनडीटीवी को बताया कि ऐसा लग रहा है कि वित्तीय संकट से जूझ रहे माल्या इस पेंटहाउस को सरेंडर कर देंगे। हालांकि पिछले महीने, माल्या ने कहा कि ट्रंप प्लाजा के साथ उनका समझौता हो गया और वह फ्लैट उनके पास ही बना रहेगा। उनकी बात से संकेत मिलते हैं कि भारत में भारी कर्ज बकाये के बावजूद वह मैनहट्टन में इस आलिशान फ्लैट के लिए 10 मीलियन डॉलर का इंतजाम करने में सफल रहे हैं।
ट्रंप प्लाज़ा के खातों को संभालने वाली न्यूयॉर्क स्थित रियलीटी फर्म डगलस एलिमैन के एक अधिकारी से जब एनडीटीवी ने पूछा कि क्या ट्रंप प्लाज़ा बोर्ड के साथ माल्या का समझौता हो गया है, तो उन्होंने कहा, ‘वह (माल्या) अच्छे रुतबे वाले शेयर धारक हैं।’ वहीं इस संबंध में माल्या की कंपनी यूनाइट ब्रेवरीज़ को भेजे गए सवालों का कोई जवाब नहीं मिला है।
ट्रंप प्लाजा के साथ माल्या का यह सौदा ऐसे समय में सामने आया है, जब भारत में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने माल्या पर आरोप लगाया है कि उन्होंने किंगफिशर एयरलाइंस (जो कि अब बंद पड़ी है) को दिए गए कर्ज के पैसों से विदेश में संपत्तियां खरीद ली। माल्या पर यूं तो करीब 9000 करोड़ रुपये का बकाया है, लेकिन ईडी खासतौर से किंगफिशर को साल 2009 में आईडीबीआई बैंक से मिले 900 करोड़ रुपये के कर्ज के मामले की जांच कर रहा है।