कर्नाटक विधनसभा चुनाव में मुस्लिमों ने भी दिया भाजपा को वोट, नहीं काम आया जातिवाद, कांग्रेस ने मानी हार
बेंग्लूरू : कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भाजपा ने बहुमत के आंकड़े को छू लिया है और जीत की ओर काफी दूरी तय कर ली है। वहीं रुझानों को देखते हुए सत्तारूढ़ कांग्रेस ने हार मान ली है। कर्नाटक में 23 मुस्लिम बहुल सीटें हैं, 2013 में भाजपा को 23 में से सिर्फ आठ सीटों पर जीत मिली थी, लेकिन इस विधानसभा चुनाव में भाजपा को दो सीटों का फायदा हो रहा है। राज्य के ऊर्जा मंत्री एवं कांग्रेस नेता डी.के. शिवकुमार ने मीडिया को बताया कि ये आंकड़े दर्शाते हैं कि उनकी पार्टी (कांग्रेस) सत्ता में पांच साल रहने के बाद सत्ता से बेदखल होती दिख रही है। वहीं भाजपा के प्रवक्ता एस. शांताराम ने कहा कि हम प्रफुल्लित हैं क्योंकि हमने आधा रास्ता तय कर लिया है। हमें जीत का पूरा भरोसा है, अभी तक कोई परिणाम घोषित नहीं हुआ है, लेकिन शनिवार को हुए मतदान के बाद मंगलवार को जारी मतगणना के रुझानों में भाजपा सत्तारुढ़ कांग्रेस से आगे चल रही है और जेडी-एस तीसरे स्थान पर है।असल में भाजपा को कर्नाटक में हर वर्ग और जाति से वोट मिले है जिसकी वजह उनकी जीत की राह आसान हुई है। एससी-एसटी मतदाताओं ने भी भारतीय जनता पार्टी पर भरोसा जताया है। 2013 में बीजेपी को 23 सीटें मिली थी लेकिन 2018 में बीजेपी को 28 सीटों पर जीत मिल रही है। कर्नाटक में एससी-एसटी बहुल 62 सीटें हैं।