कश्मीर पर मोदी सरकार ने आतंकियों जैसा अतिवादी रवैया अपनाया
पूर्व वित्तमंत्री पी. चिदंबरम ने कश्मीर मुद्दे को लेकर केंद्र सरकार पर अतिवादी रूख रखने का आरोप लगाया है. कांग्रेस नेता ने रविवार को ट्वीट कर इस मुद्दे पर अपनी राय रखी और कहा कि केंद्र के अतिवादी रुख के चलते कश्मीर की समस्या बहुत ज्यादा बढ़ गई है.
चिदंबरम ने अपनी बात रखने के लिए एक श्रृंखला में कई सारे में ट्वीट किए. उन्होंने कहा, ‘बीते समय में मैंने कई बार कहा है कि कश्मीर मुद्दा या समस्या एक घाव है. कश्मीर घाटी के लोग दो अतिवादी पोजिशन में फंस गए हैं. जैसा कि आतंकियों ने अतिवादी रुख अपना रखा है, उसे लगे हाथ खारिज कर दिया जाना चाहिए. ठीक वैसे ही केंद्र सरकार ने भी अतिवादी रवैया अपनाया है. और यह समस्या को और बढ़ाती है. इन दोनों के बीच जम्मू कश्मीर के लोग (खासतौर पर जो लोग घाटी में रह रहे हैं) शिकार बने हुए हैं.’
कांग्रेस नेता का यह बयान जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के उस बयान के बाद आया है कि घाटी के मौजूदा संकट के लिए कानून व्यवस्था नहीं, बल्कि बाहरी तत्व जिम्मेदार हैं. जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री ने शनिवार को दिल्ली में गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की थी. महबूबा ने कहा था कि कश्मीर संकट के हल के लिए पूरे देश को एक साथ आना पड़ेगा.
महबूबा ने कहा, ‘जम्मू कश्मीर की स्थिति के लिए बाहरी तत्व जिम्मेदार हैं, हमारे पड़ोसी देशों की भी संलिप्तता है. साथ ही घरेलू हालात भी जिम्मेदार हैं और पिछले 70 सालों से ऐसी स्थितियां बनी हुई हैं. मैं समझती हूं कि इन सभी समस्याओं का समाधान तभी हो सकता है, जब सभी पार्टियां एक साथ खड़ी होगी, जैसा कि वे चीन के मामले में कर रहे हैं.’
इसके अलावा सीमा पर पाकिस्तान की ओर से लगातार गोलीबारी की खबरें आ रही हैं. साथ ही सुरक्षा बलों के खिलाफ पत्थरबाजी की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं. कश्मीर मुद्दे को लेकर विपक्षी पार्टियां केंद्र सरकार पर हमलावर हैं और समस्या के समाधान के लिए सरकार से पहल करने की मांग कर रहे हैं.