अन्तर्राष्ट्रीय

कश्मीर में मारे गये 5 आतंकियों को घुसपैठ के लिए पाक सेना ने की थी मदद…

नई दिल्‍ली: जम्मू-कश्मीर के केरन सेक्टर में घुसपैठ कर रहे पांच आतंकियों को सेना ने मार गिराया है. इन आतंकियों के पास से जो सामान बरामद हुए हैं उससे साफ पता चलता है कि सभी पाकिस्तानी थे और पाकिस्तानी सेना की मदद से वो भारतीय सीमा में घुसपैठ कर बड़े आतंकी हमले को अंजाम देना चाहते थे.एक्‍सक्‍लूसिव जानकारी के मुताबिक आतंकियों के पास से जो खाने-पीने के पैकेट्स मिले हैं, वो मेड इन पाकिस्तान हैं. आतंकियों के पास से भारी मात्रा में हथियार भी बरामद हुए हैं.

ड्रोन के जरिये आतंकियों की लोकेशन ट्रेस होने के बाद एक अप्रैल का सेना ने आतंकियों के सफाये के लिए ‘आपरेशन रंगदूरी बेहक’लांच किया था जिसके दौरान सेना ने पांच आतंकियों को मार गिराया था. हालांकि इस मुठभेड़ में सेना के पांच जवान भी शहीद हो गए.

सेना के सूत्रों के मुताबिक केरन सेक्टर में काफी बर्फबारी होने की वजह से जवानों के लिए आतंकियों की लोकेशन तक पहुंचना बेहद मुश्किल था. ऐसे में सेना ने हेलीकॉप्‍टर के जरिये पैराट्रूपर को लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) के नजदीक उतारा था. जिस जगह कमांडो ऑपरेशन कर रहे थे, वहीं एक नाले के ऊपर बर्फ जमी थी. अचानक बर्फ टूटने से जवान नाले में जा गिरे जहां आतंकी छुपे हुए थे. आतंकियों और जवानों के बीच फाइट हुई जिसमें पैराट्रूपर्स ने सभी पांच आतंकियों को मार गिराया था.

मारे गये सभी आतंकी लश्कर ए तैएबा ग्रुप से हो सकते हैं. सभी के पास से जो खाने-पीने की चीजें बरामद हुई हैं, उनमें पाकिस्तान का बना मेहरन अचार, मुल्तान का बना टिक्का और पाकिस्तान मार्क वाली कई दवाइयों समेत पाकिस्तानी मार्क वाले हथियार बरामद हुए हैं.

सर्जिकल स्‍ट्राइक से जुड़ी यूनिट
इस ऑपरेशन में शहीद हुए पैराट्रूपर्स 4 पैरा यूनिट के हैं. इसी यूनिट ने उरी हमले के बाद पीओके में दाखिल होकर साल 2016 में सर्जिकल स्ट्राइक की थी. इस ऑपरेशन को हिमाचल प्रदेश के सूबेदार संजीव कुमार लीड कर रहे थे. उनके साथ 2016 सर्जिकल स्ट्राइक में भाग लेनेवाले पैराट्रूपर अमित कुमार भी थे, जो उत्तराखंड के रहने वाले हैं. अमित कुमार को आतंकियों की 15 गोलियां लगी थीं, फिर भी उन्‍होंने शहीद होने से पहले एक आतंकी को मार गिराया था.

Related Articles

Back to top button