कश्मीर में सेना की उपस्थिति जरूरी : सेनाध्यक्ष
नई दिल्ली । थल सेना अध्यक्ष जनरल बिक्रम सिंह ने सोमवार को कहा कि वर्तमान स्थिति में कश्मीर में सेना की उपस्थिति जरूरी है। उन्होंने यह भी कहा कि सेना में मानवाधिकारों के उल्लंघन को बिल्कुल बर्दाश्त न करने की नीति है। सेना दिवस के अवसर पर वार्षिक संवाददाता सम्मेलन में जनरल सिंह ने कहा ‘‘वर्तमान स्थितियों को देखते हुए कश्मीर में सेना की उपस्थिति जरूरी है।’’
उन्होंने कहा ‘‘जम्मू एवं कश्मीर में सेना की तैनाती की राष्ट्रीय रणनीति में किसी भी परिवर्तन के पहले हमें स्थितियों में सुधार का इंतजार करना चाहिए।’’ सिंह ने कहा ‘‘मानवाधिकार उल्लंघनों को सेना में बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाता…हमारे व्यवहार का तरीका एक सभ्य समाज के नियमों पर आधारित है।’’ आम्र्ड फोर्सेज स्पेशल पॉवर एक्ट (एएफएसपीए) के बारे में पूछे जाने पर जनरल सिंह ने कहा ‘‘एएफएसपीए पर सेना का रुख यह है कि हमें स्थिति पर निगरानी रखने के लिए कुछ समय इंतजार करना चाहिए। केवल उसके बाद ही कोई फैसला किया जाएगा।’’ भारत-चीन सीमा पर सड़क निर्माण में प्रगति की रिपोर्टों सेना अध्यक्ष ने कहा कि सरकार इनमें से कुछ काम को बाहरी संस्थानों को देने की योजना बना रही है। उन्होंने जोर देकर कहा कि जम्मू एवं कश्मीर में नियंत्रण रेखा पार करने वाले किसी भी घुसपैठिए पर सेना गोली चलाएगी।