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श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर अंतराष्ट्रीय सीमा पर पकिस्तान बुधवार सुबह कठुआ के हीरानगर सेक्टर में भारी गोलाबारी की है। इसमें दो शख्स की मौत हो गई और तीन जख्मी हुए हैं। पाकिस्तानी सेना ने मंगलवार को भी जम्मू क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय सीमा से सटी बस्तियों और सेना की पोस्ट को निशाना बनाया था। इसमें 20 लोग जख्मी हुए थे। बता दें कि पाकिस्तान आरएसपुरा, अरनिया, रामगढ़, सांबा और हीरानगर में आठ दिन से लगातार संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रहा है। बीएसएफ इसका माकूल जवाब दे रही है। बताया जा रहा है कि सीमा पर युद्ध जैसे हालात हैं। सीमा से सटी बस्तियां खाली हो गई हैं। पाकिस्तान की ओर से हो रही फायरिंग की वजह से करीब 40 हजार लोगों ने अपना घर छोड़कर सरकार की ओर से बनाए गए कैम्पों या रिश्तेदारों के घरों पर पनाह ली है। प्रभावित इलाकों में स्कूलों को बंद कर दिया गया है। ज्यादातर घरों की देखरेख के लिए एक-एक पुरुष सदस्य ही मौजूद है। पाकिस्तानी फायरिंग में कई पालतू जानवर भी मारे गए हैं। कई घर तबाह हो गए हैं। पाकिस्तानी रेंजर्स मोर्टार मंगलवार रात से और बमों से अंधाधुंध फायरिंग कर रहे हैं। ऑटोमेटिक और छोटे हथियारों को भी इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की ओर से बस्तियों पर 80 एमएम से लेकर 120 एमएम तक के मोर्टार दागे जा रहे हैं। पुलिस अफसरों ने बताया कि पाक की ओर से ज्यादातर जगहों पर दोपहर में फायरिंग बंद कर दी गई थी, लेकिन सांबा जिले में कुछ स्थानों पर रुक-रुककर फायरिंग होती रही। इससे पहले मंगलवार सुबह सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक अफसर ने बताया था कि सोमवार को अखनूर से लेकर सांबा सेक्टर तक रात भर पाकिस्तान ने फायरिंग की। पुलिस अफसरों के मुताबिक, बीएसएफ पाकिस्तानी सेना को मुंहतोड़ जवाब दे रही है। उनके कई बंकर तबाह कर दिए गए हैं। कुछ पाक रेंजर्स गंभीर रूप से जख्मी हुए हैं। पता चला है कि पाकिस्तान के जख्मी हुए रेंजर्स में से एक को लाहौर में भर्ती किया गया है। दो अन्य का स्थानीय हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। रविवार को बीएसएफ की कार्रवाई से घबराए पाकिस्तान ने भारतीय सेना ने रहम की गुहार लगाई थी, लेकिन अगले ही दिन फिर गोलाबारी शुरू कर दी थी। मंगलवार को 8 माह की बच्ची की मौत हो गई और एक एसपीओ समेत 6 लोग घायल हुए थे। इससे पहले हुई गोलाबारी में बीएसएफ के 2 जवान शहीद हो गए थे, 4 नागरिकों की भी मौत हुई थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान की फायरिंग में पिछले एक हफ्ते में 9 लोगों की मौत हुई है और 50 से ज्यादा जख्मी हुए हैं। उधर बीएसएफ के एक कार्यक्रम में गृहमंत्री राजनाथ ने कहा, कारण समझना कठिन है, यह रिसर्च का विषय हो सकता है कि पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज क्यों नहीं आता। पहली गोली तो पड़ोसी पर नहीं चलनी चाहिए, लेकिन अगर उधर से चल जाती है तो क्या करें, उसका फैसला आपको करना है।