दिल्ली में आप और कांग्रेस के बीच गठबंधन होगा या नहीं? इस सवाल का जवाब हर गुजरते दिन के साथ आगे खिसकता जा रहा है। अब एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार दोनों के बीच राजनीतिक दोस्ती कराने मध्यस्थता के लिए कूद गए हैं। सूत्रों के मुताबिक, भाजपा के खिलाफ अभियान को एकजुटता और जरूरी धार देने के लिए शरद पवार हर संभव कोशिश में लगे हैं। इस बीच दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष शीला दीक्षित ने भी तीन प्रदेश कार्यकारी अध्यक्षों के साथ बैठक बुलाई है। बैठक में देवेंदर यादव, हारुन यूसुफ और राजेश लिलोठिया शामिल होंगे। माना जा रहा है कि इस अहम मीटिंग में आप से गठबंधन को लेकर चर्चा हो सकती है।
दरअसल, जहां दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप संयोजक अरविंद केजरीवाल अपनी तरफ से कई मौकों पर कांग्रेस के साथ गठबंधन के लिए ‘लालायित’ दिखे हैं, वहीं दिल्ली कांग्रेस में गठबंधन को लेकर साफ तौर पर दो धड़े बन गए हैं। शीला दीक्षित, आप से दूरी बनाकर रखना चाहती हैं। वो इस बाबत राहुल गांधी को चिट्ठी भी लिख चुकी हैं। शीला को लगता है कि आप से गठजोड़ उन्हें लोकसभा चुनाव में नुकसान पहुंचाएगा। जिसके बाद दिल्ली प्रभारी पीसी चाको ने भी कांग्रेस अध्यक्ष को चिट्ठी लिखी है। चाको, आप से गठबंधन के पक्ष में हैं।
कुछ दिन पहले एक फोन सर्वे को लेकर भी काफी बवाल मचा था। कहा गया कि ये वॉयस मैसेज सर्वे पीसी चाको के निर्देश पर दिल्ली के कार्यकर्ताओं के बीच किया गया। सर्वे में कांग्रेस कार्यकर्ताओं से आप से गठबंधन को लेकर राय पूछी गई। शरद पवार को अब तक दोनों को साथ लाने में कोई कामयाबी मिली या नहीं, ये कहना तो मुश्किल है लेकिन इतना तय है कि काफी हील हुज्जत के बाद आर या पार का फैसला अगले 48 घंटों में हो सकता है। दिल्ली की सातों सीटों के लिए 12 मई को मतदान होना है। फिलहाल ये सभी सीट, भाजपा के पास हैं।