कांग्रेस ने रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण के संदर्भ में कथित तौर पर ‘अपमानजनक’ टिप्पणी करने को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को राष्ट्रीय महिला आयोग द्वारा नोटिस जारी किए जाने को ‘राजनीति से प्रेरित’ करार दिया। पार्टी ने सवाल किया कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी के बारे में एक कथित टिप्पणी की थी तो उन्हें आयोग ने नोटिस क्यों नहीं दिया था?
पार्टी के वरिष्ठ प्रवक्ता आनंद शर्मा ने बृहस्पतिवार को संवाददताओं से कहा, ‘क्या महिला आयोग उस समय निद्रावस्था में था जब हालिया विधानसभा चुनावों के समय प्रधानमंत्री मोदी ने अपने पद की मर्यादा को गिराते हुए सोनिया गांधी जी के बारे में एक टिप्पणी थी। वह जिस तरह की भाषा का प्रयोग करते हैं वह ठीक नहीं है। इस तरह की बातें प्रधानमंत्री पद को शोभा नहीं देती हैं।’
उन्होंने कहा, ‘महिला आयोग ने मोदी जी को नोटिस क्यों नहीं दिया? दोहरे मापदंड नहीं हो सकते। ये (राहुल को नोटिस जारी करना) राजनीति से प्रेरित है।’ इससे पहले, गांधी को बृहस्पतिवार को जारी नोटिस में महिला आयोग ने मीडिया में आई खबरों का हवाला देते हुए कहा कि यह बयान ‘नारी विरोधी, आक्रामक, अनैतिक और अपमानजनक’ है। आयोग ने गांधी की कथित टिप्पणी की निंदा करते हुए कहा कि वह अपने ‘गैरजिम्मेदाराना’ बयान को लेकर संतोषजनक स्पष्टीकरण दें।
दरअसल, कांग्रेस अध्यक्ष ने राजस्थान में बुधवार को एक रैली में राफेल मामले का हवाला देते हुए कहा था, ‘56 इंच का सीना रखने वाला चौकीदार भाग गया और एक महिला सीतारमण जी से कहा कि मेरा बचाव कीजिए। मैं अपना बचाव नहीं कर सकता, मेरा बचाव कीजिए।’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गांधी के इस बयान को सभी महिलाओं का अपमान करार दिया।