रायपुर. अगले विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के मुख्यमंत्री पद के दावेदारों के नाम गिनाकर नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने पार्टी की राजनीति में खलबली मचा दी है। रायपुर से दिल्ली तक उनके बयानों की गूंज रही। इतना ही नहीं दूसरे दिन नेताओं ने एक दूसरे पर हमले तेज कर दिए। सिंहदेव के बयान से आहत पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी तो जहां सिंहदेव पर कटाक्ष किया कि भगवान उन्हें सद् बुध्दि दे। उन्हें यह नहीं पता कि मुख्यमंत्री का फैसला नेता नहीं, पार्टी आलाकमान को करना होता है।
वहीं सिंहदेव ने दूसरे दिन रोचक ही अंदाज में अपनी बातों को सही ठहराने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि जोगी और वोरा की दिलचस्पी दिल्ली की राजनीति में है। इसलिए वे शायद वहां जाना चाहते हैं। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनेगी तो मुख्यमंत्री भले आलाकमान तय करे, मैं मंत्री तो जरूर बनना चाहूंगा।
सिंहदेव ने कहा कि वोरा निर्विवाद रूप से राज्य के सबसे वरिष्ठ नेता हैं, लेकिन उन्होंने अपने आपको दिल्ली की राजनीति में झोंक लिया है। उन्हें नहीं लगता है कि वे प्रदेश की राजनीति में वापस लौटना चाहेंगे। अगर वे खुद चाहें तो किसी को कोई आपत्ति नहीं हो सकती। दूसरी तरफ पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने पिछला चुनाव नहीं लड़ा। विधानसभा में अमित और रेणू जोगी ने चुनाव लड़ा। उन्होंने खुद लोकसभा का चुनाव लड़ा।
उनका रुझान भी दिल्ली की तरफ अधिक है। इसलिए उन्हें लगता है कि वे राज्य से अधिक दिल्ली की राजनीति में सक्रिय रहना चाहते हैं। भाजपा का जिस तरह से कुशासन चल रहा है, उससे यह लगता है कि जनता के पास कांग्रेस ही विकल्प है। कांग्रेस के पास पर्याप्त मात्रा में ऐसे टैलेंट हैं, जो राज्य की बागडोर संभाल सकते हैं। जहां तक मेरा प्रश्न है तो मैं खुद चुनाव जीतने व सरकार बनने के बाद मंत्रिमंडल का सदस्य तो जरुर बनना चाहूंगा। बाकी दिल्ली व विधायक दल जिसका चुनाव कप्तान के तौर पर करें, वह स्वीकार्य होगा।
कांग्रेस के तरीकों को जान लें सिंहदेव
सिंहदेव के आज के बयान पर जोगी ने फिर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि क्या सिंहदेव कल तक सामान्य बोल रहे थे और अभी क्या असामान्य बोल रहे हैं? वे खुद ही बता दें। उन्हें देर से सदबुद्धि आई है, अच्छी बात है। उन्हें जान लेना चाहिए कि कांग्रेस में लोकतांत्रिक तरीके से फैसले होते हैं। कांग्रेस की परंपरा का ज्ञान हो जाए ईश्वर से मेरी ऐसी प्रार्थना है। भगवान उन्हें सदबुद्धि दे।
अमित के दिल्ली जाते ही नई चर्चा
इस विवाद के बीच ही अजीत जोगी के विधायक बेटे अमित जोगी का दिल्ली जाना हुआ। इसके अलावा सिंहदेव का बयान दिल्ली में मोतीलाल वोरा सहित प्रदेश प्रभारी बीके हरिप्रसाद, भक्त चरणदास तक पहुंचा दिया गया है। कुछ लाेग इसे शिकायती अंदाज में पहुंचा रहे हैं तो कुछ लोग नए विवाद के तौर पर।
व्यस्त हूं, 5 दिन बाद बोलूंगा : बघेल
प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल ने सिंहदेव के बयान पर कुछ भी बोलने से मना कर दिया। उन्होंने कहा कि अभी बेटी की शादी में व्यस्त हूं। 5 दिन बाद खुलकर अपनी बात कहूंगा।
सिंहदेव के आज के बयान पर जोगी ने फिर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि क्या सिंहदेव कल तक सामान्य बोल रहे थे और अभी क्या असामान्य बोल रहे हैं? वे खुद ही बता दें। उन्हें देर से सदबुद्धि आई है, अच्छी बात है। उन्हें जान लेना चाहिए कि कांग्रेस में लोकतांत्रिक तरीके से फैसले होते हैं। कांग्रेस की परंपरा का ज्ञान हो जाए ईश्वर से मेरी ऐसी प्रार्थना है। भगवान उन्हें सदबुद्धि दे।
इस विवाद के बीच ही अजीत जोगी के विधायक बेटे अमित जोगी का दिल्ली जाना हुआ। इसके अलावा सिंहदेव का बयान दिल्ली में मोतीलाल वोरा सहित प्रदेश प्रभारी बीके हरिप्रसाद, भक्त चरणदास तक पहुंचा दिया गया है। कुछ लाेग इसे शिकायती अंदाज में पहुंचा रहे हैं तो कुछ लोग नए विवाद के तौर पर।