बेंग्लूरू। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कर्नाटक में कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कर्नाटक सरकार सभी मोर्चों पर असफल रही है और भ्रष्टाचार के मामले बढ़े हैं। सिद्धारमैया और भ्रष्टाचार एक दूसरे के प्रस्ताव बन गए हैं। कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप वाली बयानबाजी जारी है। इसी कड़ी में कर्नाटक के कुलबर्गी में भाजपा अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया पर निशाने पर लेते हुए कहा कि जिस तरीके से पीएफआइ (पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) और एसडीपीआइ (सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया) के खिलाफ सभी मामलों को वापस ले लिया गया है। इससे सिद्धारमैया सरकार की दिशाहीन कार्रवाई का पता चलता है। कांग्रेस का शासन कैसा होता है वो देखना है कि खड़गे साहब की निर्वाचन क्षेत्र में जाकर देखना चाहिए। मेरे पास कार्यकर्ताओं से फीड आया है कि इतना पिछड़ापन कर्नाटक के किसी और क्षेत्र में नहीं है जितना खड़गे साहब के स्वयं के क्षेत्र के अंदर है। अमित शाह ने कहा कि मंत्री हेगड़े ने अपने बयान के लिए माफी मांग ली है और मैंने कहा कि इनके बयान से पार्टी का इत्तेफाक नहीं है। गौरतलब है कि हेगड़े ने कहा था कि भाजपा के पास संविधान बदलने की ताकत है। जिसका संसद से लेकर सड़क पर भी विपक्षी दलों ने भाजपा का घेराव किया। हेगड़े ने कहा था कि भाजपा के पास संविधान को बदलने की ताकत है। कर्नाटक में इस साल अप्रैल-मई में राज्य की 224 सीटों के लिए विधानसभा चुनाव होने हैं। कांग्रेस के सामने सिद्धारमैया सरकार को फिर से सत्ता दिलाना चुनौती है। वहीं भाजपा कर्नाटक में भी कमल खिलाने की जद्देजहद में लगी हुई है।