कांग्रेस सांसद रेणुका हंसी विवाद पर फिर गूंज सकती है राज्यसभा
कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी की हंसी से शुरू हुआ विवाद अब चरम पर पहुंच चूका है. पक्ष-विपक्ष की तरफ से एक के बाद बयानों की झड़ी लगी हुई है. साथ ही इस मुद्दे पर नेताओं के साथ-साथ सोशल मीडिया पर भी दोनों पार्टी के कार्यकर्ता अपनी पार्टी का बचाव और दूसरी पार्टी को ट्रोल करते नजर आ रहे है. कोई इसे महिलाओं के सम्मान से जोड़कर देख रहा है, तो कोई प्रधानमंत्री की मर्यादा से.
आपको बता दें वाकया गुरुवार राज्यसभा से शुरू हुआ था, जहाँ नरेंद्र मोदी कांग्रेस पर तंज कसते हुए अपनी बात रख रहे थे. मोदी के भाषण के दौरान रेणुका चौधरी चलती सभा में जोर-जोर से हॅसने लगी जिसके बाद स्पीकर ने उन्हें टोका जिसके जवाब में मोदी ने कहा “रेणुका जी को कुछ मत कहिए क्योंकि रामायण धारावाहिक समाप्त होने के बाद पहली बार ऐसी हंसी सुनाई दी है.’’ मोदी के इस बयान के बाद मामला इतना बढ़ा नहीं था लेकिन जैसे ही गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने ट्विटर के माध्यम से रेणुका की तुलना शूर्पणखा से कर दी, मामले ने तूल पकड़ लिया.
आपको बता दें गुरुवार को कांग्रेस की महिला सदस्यों के प्रतिनिधिमंडल ने सभापति एम. वेंकैया नायडू से मुलाकात की थी. रेणुका चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया है. साथ ही कांग्रेस पार्टी ने नरेंद्र मोदी से अपने शब्द वापस लेकर माफ़ी मांगने को कहा है. वहीं रेणुका ने अपने हंसने की वजह के रूप में यह बताया है कि,”पीएम मोदी ‘आधार’ पर कांग्रेस पर आरोप लगा रहे थे. जबकि आधार के खिलाफ खुद प्रधानमंत्री मोदी ने कई बार पब्लिक मीटिंग में बोला है.”