कानपुर: हिंसा में मारे गए युवकों के परिजन पुलिस पर कराएंगे हत्या की रिपोर्ट
कानपुर में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में हुई हिंसा के दौरान गोलीबारी में हुईं तीन मौतें पुलिस के गले की फांस बनती नजर आ रही हैं। मृतकों के परिजन अब पुलिस के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज करवाने के लिए कोर्ट पहुंचे हैं।
एक परिवार ने कोर्ट में अर्जी दे दी है। दो परिवार सोमवार को अर्जी दाखिल करेंगे। परिजनों ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने ही निशाना बनाकर गोली मारी है। हालांकि पुलिस का कहना था कि उपद्रवियों की ओर से हुई गोलीबारी में उन्हें गोली लगी है।
बाबूपुरवा में हुई हिंसा के दौरान गोली लगने से आफताब, रईस और सैफ की मौत हो गई थी। रईस के पिता शरीफ ने पुलिस पर हत्या का आरोप लगाकर मुकदमा दर्ज कराने को कोर्ट में अर्जी दी है। अर्जी पर 17 फरवरी को सुनवाई होनी है।
वकील मोहम्मद नासिर खान ने बताया कि आफताब की मां नजमा की अर्जी सोमवार को दाखिल करेंगे। गोली लगने से घायल हुए फैज के पिता सफीक ने भी हत्या के प्रयास की रिपोर्ट दर्ज कराने को कोर्ट में अर्जी दी है।
वकील नासिर का कहना है कि पोस्टमार्टम में रिकवर हुई बुलेट का पुलिस ने अभी तक फोरेंसिक टेस्ट नहीं करवाया। बुलेट की जांच में स्पष्ट हो जाएगा कि गोली सरकारी असलहे से चली थी या नहीं। उन्होंने फोरेंसिक जांच कराने को भी कोर्ट में अपील की है।