स्वास्थ्य
कान छिदवाने से दूर होता है तनाव, बढ़ता है ब्रेन पावर
कान छिदवाना कुछ लोगों का शौक होता है। लड़कियां तो लड़कियां लड़के भी आजकल कान छिदवाना अपनी शान समझते हैं। अगर आपने भी कान छिदवा रखा है तो आपके लिए खुशखबरी है क्योंकि कान छिदवाना हमारी सेहत के लिए भी बहुत अच्छा होता है। दरअसल कान के बीच में प्रेशर डालने से हमारी नसें एक्टिव हो जाती हैं जो हमारे शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होती हैं।
कान छिदवाने से दिमाग के कई हिस्से सक्रिय हो जाते हैं इसलिए जब बच्चे के दिमाग का विकास हो रहा हो तभी बच्चे का कान छिदवा देना चाहिए।
डॉक्टरों की मानें तो कान के नीचे से आखों की कुछ नसें गुजरती हैं इसलिए कान छिदवाने से आंखों की रोशनी भी बढ़ती है।
डॉक्टरों की मानें तो कान के नीचे से आखों की कुछ नसें गुजरती हैं इसलिए कान छिदवाने से आंखों की रोशनी भी बढ़ती है।
कान पर जहां छेद किया जाता है वहां भूख लगने वाला बिंदू होता है। कान छिदवाने से मोटापे की संभावना भी कम हो जाती है।
एक रिसर्च के अनुसार कान छिदवाने से तनाव भी कम होता है। इससे मानसिक बीमारी और घबराहट भी दूर होती है।
वैज्ञानिकों का दावा है कि कान छिदवाने से लकवा जैसी गंभीर बीमारी की संभावना कम हो जाती है।
अगर आपमें एकाग्रता की कमी है तो आपको कान जरूर छिदवाना चाहिए। कान छिदवाने से मेधा शक्ति बेहतर होती है तभी तो पुराने समय में गुरूकुल जाने से पहले कान छिदवाने की परंपरा थी।