कारगिल विजय दिवस पर शहीद मनोज पांडेय के पिता बोले- बेटे ने पूरे देश को किया गौरवान्वित
लखनऊ: करगिल विजय दिवस पर शहीद मनोज पांडे के पिता गोपीचंद पांडे ने अपने बेटे की बहादुरी को याद किया है। उन्होंने कहा, “मनोज ने पूरे देश को गौरवान्वित किया है। वह एक सेना के जवान के रूप में अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाते थे। यह बताते हुए खुशी हो रही है कि यूपी में सैनिक स्कूल का नाम उनके नाम पर रखा गया है।” बता दें, 1999 में करगिल की पहाड़ियों पर भारत और पाकिस्तान के बीच जंग लड़ी गई थी। इस दौरान पाकिस्तान की सेना ने घुसपैठ कर कई भारतीय इलाकों पर कब्जा जमा लिया था, लेकिन भारतीय सेना ने पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया था। मई में शुरू हुई जंग को जुलाई तक खत्म कर दिया गया था। भारत ने 26 जुलाई को जीत का ऐलान किया।
मनोज कुमार पांडेय का जन्म यूपी के सीतापुर जिले में एक साधारण परिवार में हुआ था। उनके पिता गोपीचंद पांडेय और माता मोहिनी पांडेय हैं। मनोज पांडेय ने सैनिक स्कूल से पढ़ाई के बाद एनडीए की परीक्षा दी थी और फिर एसएसबी में उनसे पूछा गया था कि आप सेना को क्यों ज्वॉइन करना चाहते हैं। इस पर उन्होंने स्पष्ट जवाब देते हुए कहा कि मैं परमवीर चक्र हासिल करने के लिए सेना में शामिल होना चाहता हूं। हालांकि, मरणोपरांत उन्हें परमवीर चक्र से सम्मानित भी किया गया।
देश आज करगिल विजय दिवस की 22वीं सालगिरह मना रहा है। विजय दिवस के मौके पर भारतीय सेना की ओर से खास ट्वीट किया गया, ‘करगिल की चोटियों पे, दुश्मनों को हमने झुकाया है, हिन्द के वीरों ने, अपने लहू से तिरंगे को फहराया है।’ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट किया ”अपने बलिदान से मां भारती का मस्तक ऊंचा रखने वाले भारतीय सेना के रणबांकुरों की असाधारण वीरता के प्रतिफल “कारगिल विजय दिवस” की 22वीं वर्षगांठ पर सभी हुतात्माओं को कोटिशः नमन। जय हिंद।”