नई दिल्ली: दिल्ली में कारों के लिए सम-विषम फॉर्मूले पर जारी बहस के बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लोगों तक अपनी बात पहुंचाने के लिए नए रेडियो विज्ञापन का सहारा लिया है और वादा किया है कि अगर शुरुआती 15 दिनों में लोगों को इससे परेशानी होती है तो इस नियम को खत्म कर दिया जाएगा।
मंगलवार से प्रसारित किए जाने वाले इस रेडियो संदेश में मुख्यमंत्री ने माना है कि सम-विषम नंबर वाली कारों पर बारी-बारी से रोक लगाने से लोगों को कठिनाई हो सकती है, लेकिन शुद्ध हवा के लिए कड़े कदम उठाने के अलावा उनके पास कोई और विकल्प नहीं था।
रेडियो संदेश में केजरीवाल कहते हैं, मैं और मेरे मंत्री भी इस नियम का पालन करेंगे। हमलोग 1 से 15 जनवरी तक 15 दिनों के लिए इसे आजमाएंगे। अगर इससे बहुत अधिक परेशानी होगी तो हम इसे रोक देंगे। 15 दिनों के लिए पड़ोसियों और दोस्तों के साथ कार पूलिंग कीजिए। मैं भी ऐसा करूंगा। मैं मानता हूं कि यह मुश्किल होगा, लेकिन प्रदूषण घटाने के लिए हमें थोड़ी तकलीफ सहनी पड़ेगी। उन्होंने लोगों से सुझाव भी मांगे। उन्होंने आश्वासन दिया, ‘हम आपकी इच्छा के खिलाफ कुछ नहीं करेंगे। आपकी सुरक्षा, आपका जीवन, आपका स्वास्थ्य और आपकी सुविधा हमारी शीर्ष प्राथमिकता है।’
1 जनवरी से सम नंबर वाली गाड़ियां सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को चलाई जा सकती हैं, जबकि विषम नंबर की गाड़ियों को मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को चलाने की अनुमति होगी। यह नियम सार्वजनिक और वाणिज्यिक वाहनों पर लागू नहीं होगा। दिल्ली सरकार ने यह फैसला हाईकोर्ट की उस टिप्पणी के बाद की थी, जिसमें कोर्ट ने दिल्ली की तुलना गैस चैंबर से की थी।
सरकार के इस फैसले की हालांकि तारीफ और आलोचना दोनों हो रही है, लेकिन कई लोगों की शिकायत है कि इस योजना के बारे में सही ढंग से सोच-विचार नहीं किया गया है। केजरीवाल ने सम-विषम नियम पर ब्लूप्रिंट तय करने के लिए मंगलवार को सभी विभागों की बैठक बुलाई है। इससे पहले केजरीवाल ने कहा था कि सड़कों पर भीड़ संभालने के लिए सरकार अतिरिक्त बसों को उतारेगी और मेट्रो रेल नेटवर्क को भी अपनी सेवा बढ़ाने के लिए कहेगी।