कार्यों में अनियमितता बर्दाश्त नहींः केशव मौर्य
पी.डब्ल्यू.डी. में तीन फर्में काली सूची में दर्ज
लखनऊ। लोक निर्माण विभाग के कार्यों में शुचिता, पारदर्शिता एवं गुणवत्ता लाये जाने के उद्देश्य से अब तक तीन फर्मों ठेकेदारों के विरुद्ध कार्यवाही करते हुये उन्हें काली सूची में दर्ज किया है । विभाग ने बीस ठेकेदारो को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बताया कि सी.एस. इन्फ्राकन्सट्रक्सन लिमिटेड बलिया को इलाहाबाद, फतेहपुर के कार्यों में की गयी अनियमितता के कारण काली सूची में डाला गया है जबकि मेसर्स राजा कन्सट्रक्सन कम्पनी गाजियाबाद को रामपुर में एस.डी.बी.सी. के कार्य गुणवत्ता खराब होने के कारण काली सूची में डाला गया है। श्री मौर्य ने कहा कि मेेसर्स बी.एस. इंजीनियरिंग एण्ड कान्टेªक्टर एटा को प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना खण्ड एक खीरी में अनुरक्षण कार्य न करने, फर्जी धरोहर धनराशि की एफ.डी. देने तथा कारण बताओं नोटिस का जवाब न देने के कारण काली सूची में डाल दिया गया है।
उन्होने कहा कि सन्तोषजनक कार्य न करने, खराब गुणवत्ता का कार्य करने, समय पर कार्य पूरा न करने, सड़क चौड़ीकरण सुदृढ़ीकरण का कार्य विलम्ब एवं अनियमितता से करने के कारण 20 ठेकेदारों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। उन्होंने कहा कि किसी भी दशा में कार्यों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। प्रदेश की सड़कों को गड्ढामुक्त करना तथा अन्य राज्य की तुलना में बेहतर बनाना हमारी शीर्ष प्राथमिकता है और हमारी सरकार ने इस दिशा में ठोस व कड़े कदम उठाना प्रारम्भ कर दिया है। उन्होंने ठेकेदारों तथा विभागीय अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि अपनी कार्य संस्कृति में बदलाव लायें तथा कार्य की गुणवत्ता से किसी भी प्रकार का समझौता न करें।